सूत्रों के मुताबिक, नई पार्टी बनाने का मकसद 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के वोटरों को अपनी तरफ मोड़ना है. इन दोनों नेताओं ने नई पार्टी बनाने की योजना पर काम करना भी शुरू कर दिया है.अमर की इस योजना को भाजपा का भी समर्थन मिला है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक सप्ताह पहले हरियाणा में सपा के इस नेता के साथ गोपनीय मुलाकात भी की थी.
अमर सिंह ने सपा नेता के साथ मिलकर अपनी नई पार्टी का नाम भी तय कर लिया है. इसके साथ ही नई पार्टी के पदाधिकारी भी नियुक्त किए जा चुके हैं और 15 अगस्त के बाद कभी भी अमर सिंह की तरफ से नई पार्टी का ऐलान हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि जो सपा नेता अमर सिंह के साथ मिलने जा रहे हैं उनको पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तवज्जो नही मिल रही है और इसके चलते वह पिछले काफी समय से उनसे नाराज भी चल रहे हैं. पार्टी में हाशिये पर कर दिए जाने के चलते ही वह बीते दिनों हुआ समाजवादी पार्टी की कार्यकारणी की बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे.
अमर सिंह की योजना के मुताबिक वह जो नई पार्टी बनान जा रहे हैं उसका ध्यान पश्चिमी यूपी पर ज्यादा होगा. अमर सिंह 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अपनी नई पार्टी से कुछ सीटों पर उम्मीदवार भी उतारने का मन बना चुके हैं और इसको लेकर बीजेपी के साथ जोरों पर चर्चा चल रही ह. इन उम्मीदवारों के समर्थन में बीजेपी भी कैंडिडेट उतारेगी. जिससे सपा-बसपा दोनों को नुकसान होगा.
जो नाराज सपा नेता अमर सिंह के साथ मिलकर नई पार्टी बना रहे हैं वह लगातार कई जिलों में लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. उनकी मुलाकात अलग-अलग जिलों में बड़े नेताओं के साथ भी लगातार हो रही है. जानकारी है कि ये सपा नेता अखिलेश यादव को बड़ झटका देने के मूड में है और कई जिलों के बड़े नेताओं को अपने साथ ले जाने की तैयारी कर रहा है.