योगी सरकार का दलित प्रेम- एक माह मे 9 आंबेडकर की मूर्तियां टूटी , गिरफ्तारी एक भी नही
April 6, 2018
लखनऊ, प्रदेश में असामाजिक तत्वों द्वारा महापुरुषों की मूर्तियों के तोड़े जाने की जैसे परंपरा ही चल पड़ी है. एक के बाद एक लगातार असामाजिक तत्वों द्वारा महापुरुषों की मूर्तियों को निशाना बनाया जा रहा है.
योगी सरकार डा0 अंबेडकर के प्रति प्रेम प्रदर्शित करने का कोई मौका नही छोड़ती, लेकिन का अपमान करने वालों पर कोई सख्त कार्रवीही होते नही दिखायी पड़ रही है. जिससे असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं. उनके द्वारा लगातार मूर्तियों को निशाना बनाया जा रहा है. यूपी में पिछले लगभग एक माह में नौ आंबेडकर की मूर्तियों को तोड़ने की घटनायें हुयी हैं. लेकिन सभी मामलों में पुलिस ने सिर्फ रिपोर्ट ही दर्ज की है. किसी भी मामले मे एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुयी है.
देश मे मूर्तियां तोड़े जाने की शुरुआत सबसे पहले त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति से हुई. उसके बाद पेरियार की मूर्ति और कोलकाता में महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. उसके बाद देश के विभिन्न भागों से ऐसी खबरें आने लगी. यूपी में पिछले लगभग एक माह में नौ आंबेडकर की मूर्तियों को तोड़ने की घटनायें हुयी.
8 मार्च को मेरठ के खुर्द गांव में डा0 आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी गई थी. जिसके बाद दलितों आक्रोशित हो गए. जिला प्रशासन ने दूसरी मूर्ति लगाकर मामले को शांत करवाया. इस मामले को एक माह होने को है, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. इसके ठीक दो दिन बाद 10 मार्च को आजमगढ़ जिले के राजापट्टी गांव में आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने का मामला सामने आया लेकिन अभीतक कोई गिरफ्तारी नही . वहीं 16 मार्च को उन्नाव के बांगरमऊ में मूर्ति तोड़कर तनाव फैलाने की कोशिश हुई. 10 मार्च के बाद एकबार फिर 19 मार्च को आजमगढ़ में आंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई. अबकी बार असामाजिक तत्वों ने बछवाल गांव में मूर्ति तोड़ी.
31 मार्च को इलाहाबाद के त्रिवेणीपुरम में आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने का मामला सामने आया. इसी दिन सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज के गौहनिया गांव में आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी गई. 31 मार्च को मूर्ति तोड़ने की तीसरी घटना हाथरस से सामने आई. 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान भी असामाजिक तत्वों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि बुलंदशहर के गांव जाड़ौल में अराजक तत्वों ने बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ दी. यहां पर तो ग्रामीणों ने पुलिस पर प्रतिमा तोड़ने का आरोप लगाया और घटना के विरोध मे औरंगाबाद-जहांगीराबाद रोड जाम कर दिया.
अब ताजा मामले मे, फिरोजाबाद के सिरसागंज थाना क्षेत्र के नगला नंदे गांव में असामाजिक तत्वों ने आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है. नई प्रतिमा लगाने के आश्वासन के बाद मामला शांत करवाया गया. फिलहाल इलाके में तनाव व्याप्त है. लेकिन लगातार यूपी मे बाबा साहेब की मूर्तियों को निशाना बनाया जाना चिंता का विषय है. सीएम योगी को 14 अप्रैल को दलित मित्र से नवाजा जा रहा है, उन्हे भी चाहिये कि दलितों की आस्था को चोट पहुंचाने वालों पर समय रहते सख्त कार्रवाई कर इस तरह की घटनाओं को रोकें।