क्रिकेट के इतिहास में इस नये खिलाड़ी ने सचिन तेंदुलकर को भी छोड़ा पीछे
October 4, 2018
नई दिल्ली, भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले जा रहे राजकोट टेस्ट मैच में भारत के युवा ओपनर पृथ्वी शॉ ने शानदार शतक जड़ा. ये इस खिलाड़ी के पहले टेस्ट मैच की पहली ही पारी थी और शॉ ने ये दिखा दिया कि 18 साल की उम्र में ही उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका क्यों मिला? शॉ ने इंटरनेशनल क्रिकेट की पहली ही पारी में वो कमाल कर दिखाय जो विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज़ खिलाड़ी भी नहीं कर सके थे.
राजकोट टेस्ट में टॉस से पहले जब कप्तान विराट कोहली ने पृथ्वी शॉ को 293 नंबर की डेब्यू कैप सौंपी थी तो किसी ने नहीं सोचा होगा कि 18 साल का ये युवा बल्लेबाज पहली ही टेस्ट पारी में धमाका कर देगा. पृथ्वी शॉ ने अपने टेस्ट करियर की पहली पारी में ही शतक ठोक कर इतिहास रच दिया. शॉ ने 99 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. पृथ्वी शॉ डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं.
पृथ्वी शॉ सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं.पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करने वाले सचिन अपने पहले मैच में 15 रन ही बना पाए थे. मगर 21वीं शताब्दी में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने चेस की गेंद पर सिंगल चुराते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया.इस दौरान उन्होंने 7 दर्शनीय चौके भी जमाए.
यही नहीं पृथ्वी शॉ डेब्यू टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं. पहला नंबर शिखर धवन का है जिन्होंने 85 गेंदों में डेब्यू शतक ठोका था. वहीं वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने डेब्यू टेस्ट में 93 गेंदों में सेंचुरी पूरी की थी. शॉ ने अपना शतक 99 गेंदों पर ठोका. पृथ्वी शॉ भारत के दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट में शतक ठोका है. आपको बता दें शॉ ने रणजी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी के डेब्यू में भी शतक ठोका था.