मोदीराज मे लाईन लग गयी है घोटालों की, अब तक हो चुकें हैं इतने घोटाले…
February 28, 2018
नई दिल्ली, अब मोदीराज मे शुरू हो गयी है घोटालों की सीरीज, एक के बाद एक घोटाले। अब तक हो चुकें सारे घोटाले बड़ी धनराशि के हैं। मोदीराज मे अब तक कुल चार घोटाले सामने आ चुकें हैं। जिनमे से दो घोटाले तो कानपुर मे ही हुये हैं।
सबसे पहले पंजाब नेशनल बैंक से 11,500 करोड़ के घोटाले की बात सामने आई। पंजाब नेशनल बैंक ने मई 2016 में 5,370 करोड़ का घाटा रिपोर्ट किया था। अब उसी पंजाब नेशनल बैंक से 11, 300 करोड़ के घोटाले की ख़बर आई है। भारतीय बैंकिंग इतिहास में यह सबसे बड़ा घाटा है। इसमे हीरा व्यापारी नीरव मोदी और इनके परिवार के लोगों का नाम है।
इसके बाद देश की एक और कंपनी पर एक सरकारी बैंक को लगभग 109 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप लगा। सीबीआई ने 25 फरवरी को 109 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के मामले में सिंभोली शुगर लिमिटेड के खिलाफ केस दर्ज किया। कंपनी ने कथित रूप से OBC बैंक को 109 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। जांच एजेंसी ने कंपनी के CEO जीएससी राव, CFO संजय तपरिया, कार्यकारी निदेशक गुरसिमरन कौर मान, डीजीएम गुरपाल सिंह और अन्य गैर कार्यकारी निदेशकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
उसके बाद बैंकों से 3700 करोड़ के गबन के आरोप में रोटोमैक पेन कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उसके बेटे राहुल कोठारी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया। ये दोनों रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं, जो कानपुर में है।
और अब कानपुर मे ही सीबीआई ने आरपी इन्फोसिस्टम्स और उसके डायरेक्टर्स के खिलाफ 515।15 करोड़ रुपये के घोटाला मामले में केस रजिस्टर्ड किया हैे। केनरा बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और पीएनबी के संगठन से फर्जी शेयरों को दिखाकर पैसे लिए गए हैं। इसके अलावा बैंकों के संगठन से पैसे लेने के लिए जाली ड्राइंग पावर लेटर्स का भी इस्तेमाल किया गया है। सन 2012 से बैंकों के संगठन के अलग-अलग सदस्यों द्वार लेटर ऑफ क्रेडिट खोले गए थे। एफआईआर के मुताबिक घोटाले मे तीन लोग शिवाजी पंजा, कौस्तूव रे और बाफाना रे प्रमुख है।