जानिए क्यों पश्चिमी यूपी के वकील हड़ताल पर, रखी ये मांग…..
August 3, 2018
गाजियाबाद, पुलिस की ओर से एक वकील से मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया। साथी की पिटाई से नाराज वकीलों ने कल कचहरी परिसर में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदशर्न शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस व वकीलों में झड़प भी हुई। वकील पूरे घटनाक्रम के लिए एसपी सिटी आकाश तोमर को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें निलंबित कर उनके खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।
विजयनगर निवासी अधिवक्ता डी.सी. गौतम कचहरी परिसर में वकालत करते हैं। बुधवार रात वह अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ डीसी गौतम तिगरी तिराहा स्थित एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके। इस दौरान किसी बात को लेकर उनकी ढाबा मालिक से नोक-झोंक हो गई। मामला मारपीट तक पहुंच गया। इसके बाद डी.सी. गौतम ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिसकर्मी डी.सी. गौतम व उनके 3 सहयोगियों को पकड़कर थाने ले आई।
आरोप है कि थाने में गौतम के साथ मारपीट की गई। उनके परिवार ने कल मामले की सूचना बार असोसिएशन को दी। सूचना के बाद वकील आक्रोशित हो गए। बार असोसिएशन के अध्यक्ष पंडित अनिल शर्मा के नेतृत्व में वकील जिला जज से मिले। जिला जज ने एसएसपी को फोन करके मामले में कार्यवाही करने के आदेश दिए।
इसके बाद अनिल शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों वकील एसएसपी ऑफिस पहुंचे। एसएसपी ने वकील डीसी गौतम समेत 4 लोगों को विजयनगर पुलिस की हिरासत से छोड़े जाने के निर्देश दिए। साथ ही मारपीट करने के आरोपित कॉन्स्टेबल हीरा सिंह, समी रजा, दुर्वेश और मनोज को निलंबित कर दिया। उन्होंने आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने का भी विजयनगर पुलिस को आदेश दिया।
वहीं बार असोसिएशन के अध्यक्ष पंडित अनिल शर्मा के अनुरोध पर एसएसपी मारपीट करने वाले कॉन्स्टेबलों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देने कचहरी पहुंचे। एसएसपी के साथ एसपी ग्रामीण व एसपी सिटी आकाश तोमर भी थे। एसएसपी वकीलों को समझाकर अपने ऑफिस आ गए।
एसएसपी के निकलते ही कुछ वकीलों ने एक दरोगा व कॉन्स्टेबल संजीव के साथ मारपीट कर दी। एसपी सिटी आकाश तोमर ने इसका विरोध किया। जिस पर दोनों तरफ से गर्मागर्मी हुई। इसके बाद वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बार असोसिएशन के सचिव विश्वास त्यागी को लाठियां मारीं। अन्य वकीलों के चेंबरों में घुसकर भी मारपीट की गई। जवाब में वकीलों ने भी पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पूरी कचहरी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख जिला जज गिरजेश पांडेय ने कचहरी परिसर से पुलिस को हटाने के आदेश एसएसपी को दिए।