पटना, मोदी सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान के दामाद ने उन्हें झटका दिया है. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान के दामाद और दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार साधु ने अपने समर्थकों के साथ आज लालू यादव का हाथ थाम लिया है. जिसके बाद बिहार में सियासी बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है.
रामविलास पासवान के दामाद अनिल कुमार साधु पासवान ने बागी तेवर अपनाते हुए तेजस्वी यादव और जीतनराम मांझी के साथ मंच सांझा करते हुए राजद की सदस्यता ग्रहण की.अनिल कुमार साधू ने स्पष्ट रूप से अपने ससुर और लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष राम विलास पासवान पर पार्टी सिद्धांतों और नीतियों से समझौता करने तथा निजी फायदे के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन करने का आरोप लगाकर उनपर करारा प्रहार किया.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के हिंदुस्तान अवाम मोर्चा-सेकुलर के शामिल होने के बाद साधू ने बीजेपी-जनता दल गठबंधन को ताजा झटका दिया है. अनिल साधू ने कहा, “बिहार और पूरे देश में दलितों के खिलाफ हिंसा में पिछले कुछ महीनों में वृद्धि हुई है लेकिन पासवान और उनके बेटे चिराग इस मुद्दे पर शांत हैं. अगर वे दलित नेता हैं तो उन्होंने अब तक कुछ भी क्यों नहीं कहा है?
साधू साल 2015 विधानसभा चुनाव में हार गए थे. उन्होंने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की तारीफ करते हुए उन्हें सामाजिक न्याय का नायक करार दिया. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने साधू का स्वागत किया. उन्होंने कि वंचितों की आवाज उठाने वाले राजग नेता अब आरजेडी में शामिल हो रहे हैं.