तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने’ के बयान को हस्यास्पद बताते हुए सवाल उठाया कि आखिर बिहार में हुए 36 घोटालों पर क्या कार्रवाई हुई? बिहार विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी कथनी और करनी में अंतर है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार में हुए सृजन, शौचालय और छात्रवृत्ति घोटाले जैसे 36 घोटालों पर लोगों को बताना चाहिए कि उन पर क्या कार्रवाई हुई है ? आरजेडी नेता ने मुख्यमंत्री पर ‘चोर दरवाजे’ से ‘दंगाइयों’ को सत्ता में लाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के लोग बिहार में उपचुनाव हारने के बाद से समाज में जहर फैलाने का काम कर रहे हैं जिसका समर्थन नीतीश कुमार कर रहे हैं.
तेजस्वी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग से भी पीछे हटने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोगों को बिहार के विकास के लिए जनादेश मिला था, परंतु नीतीश कुमार चोर दरवाजे से बीजेपी को सत्ता में ले आए. उन्होंने कहा, ‘विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को जो करना है करें. चंद्रबाबू नायडू ने दिखा दिया कि क्या किया जा सकता है. मुख्यमंत्री अपनी सभी मांगों को भूल गए हैं.
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे को बचाने का आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा कि दंगा फैलाने वालों को सरकार में कौन लाया? उन्होंने आरोप लगाया कि भागलपुर में पुलिस ने केवल खानापूर्ति की है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि समाज में जहर फैला रहे बीजेपी नेताओं गिरिराज सिंह और नित्यानंद की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है?