लखनऊ, योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी जहां सबका साथ, सबका विकास का नारा बुलंद कर रहें हैं। वहीं योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने बड़ा खुलासा कर सरकार के दावों की पोल खोल दी है। कैबिनेट मंत्री का कहना है कि यूपी में जातिवाद चरम पर है।
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने प्रदेश में जातिवाद चरम पर होने की बात कही है। बहराइच में मीडिया को दिये गए एक बयान में उन्होंने कहा, ‘यूपी में जातिवाद चरम पर है। अगर यहीं पर कोई ऊंची जाति का मंत्री आ जाए तो ये अधिकारी दुम हिलाते हुए इनके पीछे घूमते हैं। क्योंकि मैं भर (राजभर) हूं, पिछड़ी जाति का हूं तो ये अधिकारी सोचते हैं कि जाने दीजिए ये क्या करेगा।
कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बयान से यूपी मे योगी सरकार के दलित-पिछड़े मंत्रियों की स्थिति का खुलासा होता है। ओम प्रकाश राजभर के बयान से स्पष्ट है कि ब्यूरोक्रेसी मे जातिवाद का जहर इस कदर घुला है कि वह प्रदेश के दलित- पिछड़े मंत्रियों तक की परवाह नही करतें हैं। एेसे मे आम जनता की क्या सुनवाई होती होगी, इसका सिर्फ अनुमान लगाया जा सकता है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि यूपी मे ब्यूरोक्रेसी मे सर्वाधिक संख्या सवर्ण अफसरों की है। जो थोड़े बहुत दलित और पिछड़े अफसर हैं उन्हें महत्वहीन पोस्टिंग मिली हुयी है।
ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाएगी, तब तक वह आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि किसी से उनकी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है, लेकिन अपने मुद्दों को लेकर वह मुखर जरूर रहेंगे। इसके लिए कुर्सी भी चली जाए तो कोई गम नहीं। उन्होने कहा कि जो व्यापक हित में चिंतन रखता है उसे व्यक्तिगत हितों के बारे में कभी कोई चिंता नहीं होती है।