दलितों के साथ बीजेपी-आरएसएस के दोहरे रवैये से त्रस्त, दलित वकीलों ने उठाया ये बड़ा कदम
August 11, 2018
मेरठ, पूरे देश मे दलितों के साथ बीजेपी सरकार के दोहरे रवैये से त्रस्त होकर दलित वकीलों ने बड़ा कदम उठाया है। उनका कहना है कि भाजपा सरकार दलितों का दमन करती है। उनका अंबेडकर से कोई लेना-देना नहीं है। मगर वोट की खातिर दलित समुदाय को लुभाने के लिए अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल करते हैं।
मेरठ में दलित वकीलों के एक समूह ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को शुद्ध करने के लिए गंगाजल और दूध से नहलाया। इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने शुक्रवार को डा0 अंबेडकर की मूर्ति पर माला पहनाया, जिसके तुरंत बाद प्रतिक्रिया स्वरूप बीजेपी के दोहरे रवैये से आक्रोशित दलित वकीलों के समूह ने दूध और गंगा जल से मूर्ति को शुद्ध किया।
यूपी बीजेपी वर्किंग कमिटी की दो दिवसीय बैठक शनिवार से शुरू हो रही है। इसको देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता मेरठ पहुंच रहे हैं। इस दौरान सुनील बंसल ने पश्चिमी यूपी में बीजेपी नेता अश्विनी त्यागी समेत कई अन्य के साथ मिलकर डॉ. बीआर आंबेडकर की प्रतिमा का माल्यार्पण किया था।
सूत्रों के अनुसार, दलित वकीलों का कहना है कि हमने बीजेपी-आरएसएस के दोहरे रवैये को सबके सामने रखने के लिए प्रतिमा के शुद्धीकरण का आयोजन किया। जहां एक ओर दलितों का शोषण हो रहा है वहीं दूसरी ओर दलित हितैषी इमेज बनाए रखने के लिए हमारे नेता की प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, दलितों के अंदर यह भावना घर कर गई है कि जैसे ही बीजेपी सत्ता में आई वैसे ही दलितों का उच्च जाति के लोगों के द्वारा उत्पीड़न शुरू हो गया। सहारनपुर की हिंसा इसका प्रमाण है। इसके अलावा 2 अप्रैल के दलित आंदोलन मे 200 से ज्यादा दलितों को, जिसमें दर्जनों बच्चे भी शामिल थे, सभी को जेल में बंद कर दिया गया । भाजपा सरकार दलित पर दमन करती है। उनका अंबेडकर से कोई लेना-देना नहीं है। मगर अपनी पार्टी का प्रचार करने और वोट की खातिर दलित समुदाय को लुभाने के लिए अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल करते हैं।