योगी सरकार का यादव विरोधी चेहरा उजागर, अचानक रोका गया होली मिलन कार्यक्रम
March 8, 2018
लखनऊ, योगी सरकार का यादव विरोध का स्तर अब इस कदर गिर गया है कि होली मिलन जैसे सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन भी सरकार को बर्दाश्त नही है। लखनऊ मे 10 मार्च को होने वाले यादव समाज के पारिवारिक होली मिलन कार्यक्रम को सरकार ने रोक दिया है।
यादव समाज की सबसे बड़ी संस्था, अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा द्वारा लखनऊ के संगीत नाटक अकादमी मे 10 मार्च को पारिवारिक होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था। इसके लिये नियमानुसार महासभा ने अपने लेटर पैड पर सचिव, यूपी संगीत नाटक अकादमी के नाम एक अनुरोध पत्र दिया था। महासभा द्वारा अकादमी का फार्म भरकर 15000 रूपये लान का शुल्क का चेक भी जमा कर दिया गया था।
होली मिलन कार्यक्रम मे, पूरे प्रदेश से यादव समाज के लोग को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम की व्यापक तैयारियां चल रही थी। टेंट, कैटरिंग, साज-सज्जा हेतु आर्डर व अग्रिम दिये जा चुके थे। इसी बीच अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। पूछने पर यूपी संगीत नाटक अकादमी के सचिव, हीरालाल ने बताया कि यादव महासभा का कार्यक्रम होने के कारण इसे रद्द किया जा रहा है।
जबकि इससे पूर्व कई जातीय समाजों के कार्यक्रम यूपी संगीत नाटक अकादमी मे होते रहें हैं। इस संबंध मे जब संस्कृति सचिव जगतराज त्रिपाठी से यादव महासभा के पदाधिकारियों ने बातचीत की तो उन्होने कहा कि यह यूपी संगीत नाटक अकादमी के सचिव, हीरालाल के अधिकार क्षेत्र की बात है। मै कुछ नही कर सकता हूं।
सूत्रों के अनुसार, यादव समाज के पारिवारिक होली मिलन कार्यक्रम के निरस्त होने की सूचना मिलते ही यादव समाज के लोग योगी सरकार के प्रति आक्रोशित हो उठे। यादव समाज के बुद्धजीवियों का कहना है कि अभी नोएडा का यादव युवक एनकांउटर का मामला ठंडा भी नही पड़ा था कि योगी सरकार ने यादव समाज पर एक और कुठाराघात किया है। इससे पूरे समाज मे योगी सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश जा रहा है। हिंदुओं की बात करने वाली भाजपा सरकार, यादव समाज को क्या हिंदू समाज से अलग मानती है।