नई दिल्ली,महाष्टमी का व्रत और पूजन तथा घर-घर मे की जाने वाली नवमी पूजा 13 अप्रैल को होगी। इस प्रकार 13 अप्रैल, दिन शनिवार को महाष्टमी और महानवमी दोनों का व्रत होगा. इसकी वजह है कि 13 अप्रैल को सुबह 08:16 बजे के बाद ही नवमी शुरू हो जाएगी जो 14 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक रहेगी. इसलिए नवमी को ही नवरात्र में होने वाला यज्ञ और पूजा-अर्चना 14 अप्रैल को सुबह 6 बजे के पहले किसी भी समय करना शुभ फलदायी होगा.
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को देशभर में राम नवमी का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार यह त्योहार 14 अप्रैल को पड़ रहा है. सनातन धर्म के पुराणों के अनुसार, राम नवमी के ही दिन त्रेता युग में महाराज दशरथ के घर विष्णु जी के अवतार भगवान श्री राम ने अवतार लिया था. लंकापति रावण के अत्याचारों को कम करने और रावण का वध करने के लिए भगवान विष्णु ने धरती पर भगवान राम के रूप में मानव अवतार लिया था.
इस बार राम नवमी के दिन यानी कि 14 अप्रैल को नवमी वैष्णव मतानुसार महानवमी रवीपुष्य नक्षत्र और सर्वार्थसिद्धि योग सुबह 9 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक़, श्रीराम के अवतरित होने की प्रचलित मान्यता चैत्र मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि, मध्याह्न काल और पुनर्वसु नक्षत्र लग रहा है.