Breaking News

उपराष्ट्रपति ने बताया कि क्यों बहुत से बच्चे पढाई बीच में ही छोड देते हैं ?

अहमदाबाद,  उपराष्ट्रपति एम वेंकैयानायडू ने आज शुरूआती शिक्षा को छात्रों की मातृभाषा में ही देने पर जोर दिया। नायडू ने आज यहां इग्नू और बाबा साहब आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में भाषा की यात्रा विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में यह बात कही।

गोरखपुर में बच्चे तोड़ रहे दम, सीएम योगी गुजरात में निकाल रहे गौरव यात्रा- राज बब्बर

जानिये, आरक्षण पर क्या है आरएसएस का रूख ?

योगी सरकार नही रोक पा रही जमीन पर कब्जे, विवाद में तीन की मौत, एक दर्जन घायल

उन्होंने कहा कि भारत में भाषाओं को खासा विकास हुआ है। एक अध्ययन के अनुसार भारत 780 भाषाओं के साथ पापुआ न्यूगिनी ;839  के बाद दुनिया में इस मामले में दूसरा सबसे बडा देश है।

शंघाई मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट – नडाल और फेडरर में होगा खिताबी मुक़ाबला

यूपी मे महिलाओं के साथ दुष्कर्म पर, समाजवादी पार्टी का बीजेपी पर बड़ा हमला

पूर्व राष्ट्रपति की पुस्तक के लोकार्पण पर, गठबंधन सरकारों के बड़े रहस्यों का हुआ खुलासा

 नायडू ने हालांकि इस बात पर चिंता जतायी कि देश में छात्रों का भाषायी कौशल पढाई पूरी करने के बावजूद अपेक्षित रूप से बेहतर नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि कम से कम शुरूआती शिक्षा छात्रों को उनकी मातृभाषा में दी जाये। उन्होंने कहा कि इसके अभाव में कई बच्चे विशेष रूप से आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पढाई बीच में ही छोड देते हैं।

चुनावों में गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव का बड़ा बयान, जानिये क्या बोले ?

 यूपी सरकार ने 13 तारीख को किये, कुल 13 तबादले …

बेटे के भ्रष्टाचार के मामले पर, कांग्रेस ने अमित शाह से पूछे दस सवाल ?

उन्होंने कहा कि देशी भाषा को नीची नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। अंग्रेज एक सौ साल के शासन के बाद चले गये पर यहां अंग्रेजियत छोड गये।

कांग्रेस का चुनाव आयोग पर आरोप-फर्जी सांता क्लाज को, घोषणाएं करने का वक्त दिया

गुजरात चुनाव की घोषणा न करने पर, चुनाव आयोग की मंशा पर उठने लगे सवाल

अमित शाह यह भी मानने को तैयार नही कि, बेटे पर भ्रष्टाचार का आरोप है..