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नाते-रिश्तेदारों ने मोड़ा मुंह तो मुस्लिमों ने शव को दिया कंधा

झांसी, कोरोना महामारी काल में मची अफरा-तफरी के बीच मानवता की मिसाल भी देखने में आ रही हैं। उत्तर प्रदेश के झांसी में भी ऐसा ही एक उदाहरण रविवार को देखने को मिला जब कोतवाली थानाक्षेत्र में एक हिंदू परिवार के मुखिया की मौत के बाद रिश्तेदारों ने अंतिम संस्कार के लिए आने से इंकार कर दिया और ऐसे में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अर्थी को कंधा देकर शमशान तक पहुंचाया।

नगर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र मुकरायाना में इंसानियत की यह मिसाल देखने को मिली। वार्ड नम्बर 57 मुकरयाना के कटवर की कल्हारी मुकरयाना निवासी भानु माली की मौत दिमाग की नस फट जाने के कारण हो गई थी। इसकी जानकारी होने के बाबजूद भी उसका कोई भी रिश्ते नातेदार उसके अन्तिम संस्कार में शामिल होने नहीं आया। भानु के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं एक बेटी और एक बेटा। शव को लेकर बैठी भानु की पत्नी का हाल बेहाल था। जब यह सब मोहल्ले के गोरे चच्चा, आलिम, फहीम, हलीम, शकील, ताहिर, ममनून, नजर, नदीम व सेवाज ने देखा तो सभी एकत्र हो गए और उन्होंने भानु की अर्थी को कंधा देकर उन्नाव गेट मुक्ति धाम पहुंचाया।

जिले में कोविड संक्रमितों की ऐसी बाढ़ आ गई है कि लोग खुद ही घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। पिता-पुत्र के संबंधों में भी दूरियां दिखाई देने लगी है। ऐसा ही मंजर आज उनके इस कार्य की चहुं ओर प्रशंसा हो रही है।