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भीम आर्मी को मलाल, मायावती ने नहीं ली चंद्रशेखर की सुधि

सहारनपुर, जानलेवा हमले में बाल बाल बचे भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी (आसपा) प्रमुख चंद्रशेखर के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के लिये विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं की यहां आवाजाही का सिलसिला जारी है मगर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को इस बात का मलाल है कि दलितों की राजनीति करने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने अब तक उनके मुखिया के स्वास्थ्य के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं ली है।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) समेत लगभग सभी राजनीतिक दलों ने कायराना हमले की भर्त्सना की है। इस हमले में श्री चंद्रशेखर मामूली रूप से घायल हो गये थे। हमले के चारों आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले के बाद से ही भीम आर्मी प्रमुख के छुटमलपुर स्थित आवास पर जाकर राजनेता उनके साथ खड़े होने का भरोसा दे रहे हैं लेकिन भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के नेताओं को इस बात का मलाल है कि दलित समाज की राजनीति करने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती और उनकी पार्टी पूरे मामले से अभी तक पूरी तरह से दूरी बनाए हुए हैं। ना तो सुश्री मायावती की ओर से इस हमले की निंदा की गई है और ना ही उनके किसी नेता ने चंद्रशेखर से मुलाकात कर सहानुभूति ही जताई है।

इसके उलट उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बुधवार शाम चंद्रशेखर के घर जाकर उनसे एक घंटा बातचीत की और उन पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। श्री रावत ने कहा कि हमला चंद्रशेखर का मनोबल तोड़ने के लिए किया गया है। हरीश रावत के साथ पार्टी विधायक ममता राकेश, सहारनपुर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुजफ्फर चौधरी, वरिष्ठ नेता उमा भूषण आदि मौजूद थे। इसके साथ ही राष्ट्रीय लोकदल की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक चंदन सिंह चौहान ने भी चंद्रशेखर से मिलकर उनकी कुशल क्षेम पूछी।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कमजोर समाज की लड़ाई लड़ने वाले युवा नेता चंद्रशेखर के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ी है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भी देर शाम चंद्रशेखर का हालचाल जाना। चंद्रशेखर ने उनसे कहा कि सरकार भय का वातावरण बनाना चाहती है और हमले के पीछे सरकार की पूरी शह है जबकि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। चंद्रशेखर ने राकेश टिकैत को भी सचेत रहने को कहा।

इससे पूर्व प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी चंद्रशेखर पर हुए हमले की निंदा कर चुके हैं। उन्होंने चंद्रशेखर की हौंसला अफजाई भी की। यह अलग बात है कि भूपेंद्र चौधरी ने चंद्रशेखर से मुलाकात नहीं की। भाजपा के विधायक राजीव गुंबर, मेयर डा. अजय सिंह और अन्य नेताओं ने चंद्रशेखर से हमले के बाद ही मुलाकात कर अपना रोष जताया था।