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यूपी के इस गांवों में अज्ञात बीमारी की चपेट में आकर कई लोगों की मौत

मुरादाबाद,उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद मंडल के गांवों में अज्ञात बीमारी की चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो चुकी है। अमरोहा के चार हजार की आबादी वाले कैलसा गांव निवासी अनिल प्रजापति ने बताया कि उनके परिवार के आधा दर्जन से अधिक लोग जानलेवा अज्ञात बीमारी से ग्रसित हैं। गांवों में पँचायत चुनाव के बाद से लेकर अब तक लगभग दस लोगों की मौत हो चुकी है। गांव का ऐसा कोई घर नही है जिसके दो-तीन सदस्य अज्ञात बीमारी की चपेट में न हो।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लगातार बन्द होने तथा मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध न होने की वजह से इलाज के अभाव में पूरा गांव बीमारी की चपेट में आ चुका है। मुरादाबाद शहर से सटे मंगूपुरा गांव में पिछले 21 दिनों के अंतराल में अज्ञात बीमारी से लगभग 12 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया गया है कि मरने वाले सभी लोगों में बुखार, खांसी या जुकाम के लक्षण थे। मुरादाबाद ब्लॉक के गांव मंगूपुरा की आबादी करीब दस हजार है। ग्रामीणों के मुताबिक पिछले कई दिनों से यहां के लोग बुखार, खांसी और जुकाम से पीड़ित हैं। लगभग हर तीसरे घर में कोई न कोई मरीज है। इनमें से कौन कोरोना संक्रमित है और कौन नहीं, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। ग्रामीणों ने अपनी कोविड जांच नहीं कराई है।

ग्रामीणों का कहना है कि अब तक स्वास्थ्य विभाग से कोई कर्मचारी गांव में जांच के लिए नहीं आया। ग्राम प्रधान की ओर से भी विभाग को सूचना नहीं दी गई है जबकि ग्राम पंचायत अधिकारी का दावा है कि गांव में दवा बांटी जा रही है। अपर निदेशक स्वास्थ्य मुरादाबाद मंडल के डा. विनीत शुक्ला ने बताया कि मंगूपुरा के नजदीक ही नया मुरादाबाद में कोविड सेंटर बनाया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले शनिवार को मुरादाबाद के दौरे के समय मनोहरपुर गांव का रुख किया था।उन्होंने मनोहरपुर में एक कोरोना मरीज का हाल और दवा वितरण की स्थिति पूछी थी। मनोहरपुर से लगभग चार किलोमीटर दूर स्थित मंगूपुरा की सुध किसी ने नहीं ली है जबकि ग्रामीण मुख्यमंत्री को अपनी व्यथा सुनाना चाहते थे।गांव में उस समय भी कई लोग बुखार से ग्रस्त थे लेकिन जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया।

मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि मंगूपुरा शहर से लगा हुआ गांव है। यदि कोविड या किसी दूसरी बीमारी से पिछले 20-25 दिन में लगातार मौतें हुई हैं तो मामला जरूर संज्ञान में आता। ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार गांवों में सर्वेक्षण कर दवाओं की किट बांटने और टीकाकरण का काम कर रही हैं। उनके द्वारा भी ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। यदि कोई व्यक्ति लगातार मौतें होने का दावा कर रहा है तो वह मृतकों की सूची तिथिवार उपलब्ध कराए उसकी जांच कराई जाएगी। शिकायत सही पाए जाने पर प्रशासन जरूरी कार्रवाई करेगा। उन्होंने गांव के लोगों से सतर्कता बरतने पर जोर देते हुए कहा कि ग्रामीण जनता पौष्टिक भोजन के साथ साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंस बनाए रखें।और टीका अवश्य लगवाएं।