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यूपी पंचायत चुनाव: बीजेपी साफ- सपा, बसपा का बढ़ा ग्राफ

Akhilesh-Yadav2पंचायत चुनावों में समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और बसपा मजबूती से दूसरे नंबर पर है। यूपी के पंचायत चुनावों में जहां एक ओर बीजेपी का सफाया हो गया है, वहीं दूसरी ओर बसपा ने अपनी ताकत दिखायी है। माना जा रहा है कि हाल ही में बीजेपी के कुछ नेताओं की बयानबाजी और महंगाई से जनता परेशान है जिससे बीजेपी समर्थित प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी ने कहा है कि पंचायत चुनाव में सपा की बम्पर जीत हुई हैं। सपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस अपने गढ़ में हारे हैं। उन्होने कहा कि भाजपा को अपनी फजीहत से सबक लेना चाहिये। मुलायम के परिवार के सभी 6 लोग जीत गए हैं। विवादित मंत्री गायत्री प्रजापति के कई समर्थकों ने अमेठी मे जिला पंचायत का चुनाव जीत लिया है। लखनऊ- 2017 में विधानसभा चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। अखिलेश यादव के मंत्रियों के ज्यादातर रिश्तेदार चुनाव हार गए। आजमगढ़ में ही सदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने जीत दर्ज की है. जबकि आजमगढ़ मुलायम सिंह यादव का संसदीय क्षेत्र है।
यूपी के पंचायत चुनाव मे बहुजन समाज पार्टी ने आष्चर्यजनक रुप से सफलता प्राप्त की है। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गोद लिये गांव जयापुर में और आजमगढ़ में मुलायम सिेह यादव के गोद लिये गांव तमौली में भी बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज की है। बसपा विधायक दल के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, अब प्रदेष मे बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने से कोई भी ताकत रोक नहीं सकती। न समाजवादी पार्टी, न बीजेपी और न ही कांग्रेस।
यूपी के देहाती इलाकों में हुए पंचायत चुनावों के नतीजे भाजपा के लिए अच्छा संकेत नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी के तमाम दिग्गजों की अपने अपने क्षेत्रों में हालत खराब हैं। वाराणसी देश का सबसे अहम संसदीय क्षेत्र है। प्रधानमंत्री मोदी यहीं से चुनकर संसद पहुंचे हैं। लेकिन पंचायत चुनाव में बीजेपी यहां 48 में से 40 सीटें हार गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गोद लिए जयापुर में भी पार्टी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गई। कलराज मिश्र के जिले देवरिया में भाजपा 56 में से 50 सीट हार गई। कल्याण सिंह के अलीगढ़ में 52 में से 44 सीटें हार गई। कभी कल्याण सिंह का ही संसदीय क्षेत्र रहे अतरौली में सभी 8 सीटें हार गई। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के गाजीपुर में 67 में से 57 सीटें हार गई। उमा भारती के झांसी में 24 में से 20 सीटें हार गई। राजनाथ सिंह के लखनऊ में 26 में से 20 सीटें हार गई। राजनाथ सिंह के गोद लिए गांव में भी भाजपा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी हार गई है। फिर भी यूपी भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्षन अच्छा है।
यूपी मे कांग्रेस रेस से बिल्कुल बाहर हो गई है। यहां तक कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। जिला पंचायत सदस्य की आठ सीटों पर कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है। जिला पंचायत सदस्य की पांच सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है जबकि बाकी के तीन सीटों पर बहुजन समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है।