Breaking News

रोड शो के बाद प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मे पहुंचे

भुवनेश्वर,  भारतीय जनता पार्टी  की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज पूर्वाह्न शुरू हो गयी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता बैठक मे पहुंच चुकें हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रोड शो करते हुये राज भवन पहुंचे। रोड शो के दौरान,  प्रधानमंत्री के स्वागत में सड़क पर भारी भीड़ रही।

भुवनेश्वर के जनता मैदान में बनाये गये विशाल पंडाल में सुबह 11 बजे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने दीपप्रज्ज्वलित करके बैठक का शुभारंभ किया। इस बैठक में केन्द्र सरकार में पार्टी के मंत्री, पार्टी के उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संगठन मंत्री एवं अन्य कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी भाग लेंने पहुंचे हैं। वह आज अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे भुवनेश्वर पहुंचें। जहां उनका अभूतपूर्व स्वागत किया गया।शहर को इस मेगा शो के लिये दुल्हन की तरह सजाया गया ।

सूत्रों ने बताया कि अमित शाह ने कल महासचिवों की बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एजेंडा को अंतिम रूप दिया।कार्यकारिणी की बैठक में तीन प्रस्ताव लाये जाने की संभावना है जो राजनीतिक, आर्थिक एवं सामयिक प्रस्ताव हो सकते हैं। राजनीतिक प्रस्ताव हाल में संपन्न चुनावों के साथ आगामी विधानसभा चुनावों पर आधारित होगा वहीं आर्थिक प्रस्ताव नकदी रहित लेनदेन और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) पर केन्द्रित होगा। सामयिक प्रस्ताव में गरीब कल्याण कार्यक्रम पर फोकस होने की संभावना है।

ओडिया नववर्ष पण संक्रान्ति के मौके पर होने जा रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पहले दिन ही ओडि़शा को रखा गया है। यहां की 147 विधानसभा सीटों के समीकरणों पर चर्चा होगी। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में देशभर की जिन 125 सीटों पर भाजपा को हार मिली है, उसमें कौन सी सीट किन कारणों से हारे उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसमें वह सीटें खासतौर पर केन्द्रित रहने वाली हैं, जहां भाजपा जीतती रही है और पिछला चुनाव हार गई। समझा जाता है कि प्रमुख सीटों में हार का कारणों को जानने के बाद केन्द्रीय नेतृत्व ऐसी हर सीट पर हार की जवाबदेही भी तय करेगा।

सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने इस बात का अध्ययन कराया गया है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के पक्ष में माहौल होने के बावजूद इन सीटों पर उसे किन कारणों से हार का सामना करना पड़ा। सूत्रों के अनुसार इसके लिए देश की इन सभी 125 लोकसभा सीटों की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और जातिगत आधार पर नब्ज टटोली गई है।  इन सीटों पर भाजपा विपरीत परिस्थिति में भी जीतती रही है। सूत्रों के अनुसार इस समीक्षा का एक वजह ये भी है कि भाजपा उन सीटों का मिजाज समझकर पहले से ऐसा प्रबंधन करके चलना चाहती है, जिससे 2019 के लोस चुनाव में हार को जीत में बदला जा सके। सूत्र बताते हैं कि लम्बे समय से इन सीटों पर काम चल रहा था, जिसकी रिपोर्ट कार्यकारिणी के सामने रखी जाएगी।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में निकट होने वाले गुजरात, हिमाचल प्रदेश के चुनाव के साथ दो साल बाद होने वाले ओड़िशा विधानसभा चुनाव को भी लिया गया है। इन राज्यों पर चर्चा के लिए शाम का समय सुनिश्चित किया गया है।  पार्टी ने ओडिशा के लिये भी साफ कर दिया है कि भाजपा की विचारधारा को अपनाने वालों से उसे कोई परहेज नहीं है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने माना कि पार्टी के विस्तार के लिए देश के अन्य हिस्सों के साथ ओड़िशा में भी भाजपा की विचारधारा को स्वीकार करने वाले बाहर के कद्दावर नेताओं के लिए भी पार्टी के दरवाजे खोल दिये गये हैं।

सूत्रों के अनुसार रविवार को सुबह नौ बजे कार्यकारिणी की बैठक आरंभ होगी। इसमें विशेष प्रतिवेदन के साथ दो प्रस्ताव रखे जाएंगे। राज्यों में संगठनात्मक स्थिति पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद अन्य विषयों पर चर्चा के बाद करीब तीन बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन के साथ कार्यकारिणी का समापन होगा।