भारतीय मुद्रा दो दिन में 51 पैसे लुढ़क चुकी है। यह गत दिवस 25 पैसे कमजोर होकर 69.17 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई थी।
रुपये की शुरुआत 10 पैसे की बढ़त में 69.07 रुपये प्रति डॉलर पर हुई और कुछ ही देर में यह 69.05 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया।
लेकिन, बैंकों की डॉलर लिवाली से रुपये पर दबाव पड़ा और यह लाल निशान में चला गया। कारोबार की समाप्ति से पहले 69.46 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक उतरने के बाद यह 69.43 रुपये प्रति डॉलर पर गत कारोबारी दिवस की तुलना में 26 पैसे कमजोर बंद हुआ। यह 08 अप्रैल के बाद का इसका निचला बंद भाव है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों के माध्यम से डॉलर की खरीद कर रहा है। इससे रुपया कमजोर हुआ है। अन्य सभी कारक भारतीय मुद्रा के समर्थन में रहे। सेंसेक्स 138.73 अंक की बढ़त में बंद हुआ। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर कमजोर रहा।