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बसपा द्वारा सपा को समर्थन का एलान, उपचुनाव के साथ-साथ राज्यसभा चुनाव भी जीतने की योजना

लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी  द्वारा गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी  के प्रत्याशियों के समर्थन का ऐलान कर दिया गया है। इस संबंध मे, बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की ओर से गोरखपुर और इलाहाबाद के जोनल को-ऑर्डिनेटरों को निर्देश पहले ही दे दिए थे।

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बसपा को-ऑर्डिनेटरों ने मायावती के निर्देशानुसार,  गोरखपुर और फूलपुर मे समर्थन की घोषणा करते हुये कहा कि बीजेपी को रोकने के लिये बसपा दोनों स्थानों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन कर रही है। गोरखपुर में हुई बीएसपी की बैठक में एसपी उम्मीदवारों को समर्थन देने का फैसला लिया गया है। गोरखपुर मे बसपा प्रभारी घनश्याम चंद्र खरवार और फूलपुर मे बसपा के जोनल  को-ऑर्डिनेटर ने यह घोषणायें की।

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इसके अलावा बीएसपी ने राज्यसभा चुनाव में भी एसपी उम्मीदवारों के समर्थन की बात कही गई है। यूपी में 23 मार्च को 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। 19 विधायकों वाली बीएसपी एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है, ऐसे में उसे एसपी से एक सीट पर समर्थन की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, मायावती का  समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा जाने की योजना है।

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 सपा- बसपा समर्थन के एलान से,  पूर्वोत्तर राज्यों में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के बाद अब उसे पहली कड़ी टक्कर यूपी में मिल सकती है। राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि देशभर में लगातार बढ़ रहे भारतीय जनता पार्टी  के विजय रथ को रोकने के लिए ही उत्तर प्रदेश में यह दोनों बड़े दल एक बार फिर साथ आए हैं।

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इससे पहले 1993 में एसपी-बीएसपी एक साथ चुनाव लड़ चुके हैं। तब लक्ष्य ‘राम लहर’ को रोकना था, अब मोदी लहर को रोकना लक्ष्य है। दोनों दलों के एक साथ आने पर पिछड़े, दलित और मुसलमानों का बेहतरीन ‘कॉम्बिनेशन’ बनेगा। इन तीनों की आबादी राज्य में करीब 85 फीसदी है। तीनों एक मंच पर आ जाएंगे तो भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल हो सकती हैं।

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