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दलित रोजगार मांगने वाला नहीं, रोजगार देनेवाला बनेगाः डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल

लखनऊ,  दलित उद्योगपतियों के संगठन दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के सम्मेलन को संबोधित करते हुए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री व अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के चेयरमैन डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को रोजगार मांगने वाला नहीं, रोजगार देने वाला बनना चाहिए। इस दिशा में डिक्की महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।

राजधानी लखनऊ के एक निजी होटल के सभागार में आयोजित इस सम्मेलन में डिक्की के फाउंडर चेयरमैन पद्मश्री मिलिंद कांबले और खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री अनिल राजभर भी उपस्थित थे। बतौर मुख्यअतिथि के रूप में डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम भी हर साल एक लाख अनुसूचित जाति व जनजाति के परिवारों को रोजगार से जोड़ रहा है। इसके लिए भारत सरकार ने वित्त विकास निगम को इस वित्तीय वर्ष हेतु 68 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं।

देश में सरकारी नौकरियों की संख्या मात्र दो करोड़ के आसपास हैं और आरक्षण के पद मात्र 44 लाख बनते हैं। अतः देश के 30 करोड़ दलितों को मात्र सरकारी नौकरियों में के सहारे संतुष्ट नहीं किया जा सकता है। इस लिए इन वर्गों को रोजगार से जोड़ना होगा। उन्होंने डिक्की के साथ जुड़कर उत्तर प्रदेश के दलितों को रोजगार से जोड़ा जाएगा।

डिक्की के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलिंद कांबले ने कहा कि देश के दलितों की आर्थिक स्थिति में बदलाव के लिए डिक्की सभी प्रदेशों में दलितों को उद्यमिता से जोड़ रहा है। खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं और उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति के युवाओं को इस क्षेत्र में कार्य करने हेतु डिक्की विशेष अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि नोएडा में शीघ्र ही दलित उद्योगपतियों का राष्ट्रीय समागम होगा। समागम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भी भाग लेंगे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री अनिल राजभर ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण विभाग डिक्की को उद्योग लगाने के लिए पूरा सहयोग करेगा।