Breaking News

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अनेक देशों में लोगों ने योग दिवस पर किया योगाभ्यास

नयी दिल्ली, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और देश की जनता सहित विश्व के अनेक देशों में लोगाें ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास करने के साथ तन-मन स्वस्थ रखने का संदेश साझा किया।

श्री कोविंद ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर योग करते हुये अपनी तस्वीर साझा की और लिखा, “ सबको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई! प्राचीन योग विज्ञान मानवता को भारत का अमूल्य उपहार है।” उन्होंने लिखा, “मुझे प्रसन्नता है कि अधिकाधिक लोग योग को जीवन में अपना रहे हैं। संघर्ष और तनाव के बीच, विशेष रूप से कोविड-19 के इस दौर में शरीर को स्वस्थ एवम् मन को शांत रखने में योगाभ्यास सहायक सिद्ध होगा।”

श्री नायडू ने शिक्षण संस्थाओं से ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रम में योग को शामिल करने का आग्रह करते हुये कहा कि इससे बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी और कोविड-19 महामारी से निपटा जा सकेगा।

उप राष्ट्रपति ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दौर में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग एक बेहतरीन साधन है। उन्होंने स्पिक मैके के डिजिटल योग और ध्यान शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि योग पूरी मानवता को भारत की अमूल्य भेंट है जिसने विश्व भर में करोड़ों लोगों के जीवन को संवारा है। उन्होंने ‘यूनिसेफ किड पॉवर’ के तहत बच्चों के लिए 13 योग अभ्यास और मुद्रायें सिखाए जाने की सराहना करते हुए कहा कि योग बचपन से ही सिखाया जाना चाहिए।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि 5000 साल पुरानी योग परम्परा मात्र शारीरिक अभ्यास ही नहीं है बल्कि एक विज्ञान है जो संतुलन, मुद्रा, सौष्ठव, समभाव, शांति तथा समन्वय पर बल देता है। योग के तमाम अंग जैसे मुद्रा, श्वसन क्रिया का अभ्यास, ध्यान सम्मिलित रूप से मन और शरीर में अनेक प्रकार के सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए योग की असीम संभावनाओं पर व्यापक वैज्ञानिक शोध होना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश की दिग्गज राजनीतिक हस्तियों, बॉलीवुड अभिनेताओं तथा एक करोड़ से अधिक लोगों ने सूर्य नमस्कार करके काेरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में योग के महत्व को रेखांकित किया। श्री मोदी ने कोरोना महामारी के परिप्रेक्ष्य में योग की बढ़ती भूमिका पर बल देते हुए कहा कि दुनिया को पहले के मुकाबले अब योग की ज्यादा आवश्यकता महसूस की जाने लगी है, क्योंकि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।

श्री मोदी ने छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना जैसी बीमारियों को मात देने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना अनिवार्य होता है और जीवन में योग अपनाकर इस प्रकार की बीमारियों को हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि योग एकता की शक्ति के रूप में उभरा है और यह नस्ल, रंग, लिंग,धर्म और राष्ट्रों के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस एकजुटता का दिन है, यह विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है। उन्होंने कहा, “ जो हमें जोड़े, साथ लाये, वही तो योग है। जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है।”

उन्होंने कहा कि योग जोड़ता है और जब पूरा परिवार मिलकर योग की क्रियाएं करता है तो शरीर को नयी स्फूर्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया मे लोग योग कर रहे हैं। योग की शक्ति से ताकत मिलती है और व्यक्ति में अद्भुत शक्ति का संचार होता है। श्री मोदी ने कहा कि योग व्यक्ति में न सिर्फ शारीरिक क्षमता बढ़ाता है बल्कि मानसिक तौर पर भी इंसान को मजबूत बनाता है। उनका कहना था कि योग से व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है और वह किसी भी संकट का प्रभावी तरीके से समाधान करने में सक्षम होता है।

कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर किसी सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हुआ है। इस बार लाेगों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने घरों या नजदीकी पार्क में योगासन किया। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लोगों को अपने घर में अपने परिजनों के साथ योग दिवस मनाने के लिए प्रोत्साहित किया। सरकार के प्रोत्साहन के कारण इस बार डिजिटल मंच पर योग करते लोगों का जमावड़ा लगा। सोशल मीडिया पर राजनीतिज्ञ हस्तियों, सेना के जवानों और आम लोगों ने योगासन करते वीडियो साझा किये हैं।