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अब कैंसर का पता चलेगा सिर्फ 20 मिनट में, वह भी दर्दरहित, बिना किसी चीर फाड़ के

लखनऊ, आई आई टी कानपुर के छात्र भरत लाल मीना ने लोगों को कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र मे लोगों को बड़ी राहत प्रदान की है। अब सिर्फ 20 मिनट में कैंसर का पता चलेगा , वह भी बिना किसी चीर फाड़ के दर्दरहित, जांच के माध्यम से।

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कैंसर के लाखों मरीजों की मौत देर से इलाज शुरू होने के कारणहो जाती है।  भारत में हर साल 04 लाख मुंह और गर्भाशय के कैंसर के केस औसतन सामने आते हैं।अभी आमतौर पर कैंसर का पता लगाने के लिए कोर निडल बॉयोप्सी की जाती है। यह पीड़ादायक होती है। लेकिन आईआईटी-कानपुर के शोधार्थी भरत लाल मीना का दावा है कि उनके द्वारा बनाई लेजर मशीन न सिर्फ पीड़ादायक चीड़-फाड़ से निजात दिलाएगी, बल्कि यह भी बता देगी कि कैंसर किस स्टेज पर है और कितनी तेजी से फैल रहा है।

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भरत लाल मीना ने बताया कि कैंसर के संदिग्ध मरीज के ट्यूमर पर उनके द्वारा बनायी गयी लेजर मशीन के जरिए निश्चित वेबलेंथ की एलईडी लाइट डालते हैं। रोशनी पड़ने पर ट्यूमर के टिश्यू चमक उठते हैं। इस दौरान मशीन उनकी पूरी हिस्ट्री रेकॉर्ड कर लेती है।भरत लाल मीना ने बताया कि करीब 300 मरीजों की लेजर मशीन के जरिए जांच हो चुकी हैजिसमे 95 फीसदी परिणाम सही निकले हैं। सरकारी पैथालजी भी उनकी लेजर मशीन की जांच रिपोर्ट की तस्दीक कर चुकी हैं।उन्होने कहा कि अभी लेजर मशीन का देश के कई हिस्सों में परीक्षण किया जाएगा।

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भरत लाल मीना का दावा है कि उनकी लेजर मशीन कैंसर रोगियों के उपचार में काफी अहम साबित होगी। इस लेजर मशीन से अब गर्भाशय और मुंह के कैंसर का पता सिर्फ 20 मिनट में पता चल जाएगा। इसके लिए अब बॉयोप्सी की जरूरत नहीं पड़ेगी। कैंसर है कि नहीं इसकी जांच कराकर जांच की रिपोर्ट भी 15-20 मिनट में आ जाएगी। इसके बाद आप जल्दी से जल्दी इलाज शुरू करा सकते हैं।

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भरत लाल मीना आईआईटी-कानपुर के शोधार्थी हैं। वह सात साल से इस प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे हैं। उनको  इस शोध को आगे बढ़ाने के लिए  15 लाख रुपये की स्कॉलरशिप भी मिली है। फिलहाल मशीन पर कुछ और परीक्षण चल रहे हैं। इसके अगले साल तक मॉर्केट में आने की संभावना है।