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रेलवे बोर्ड को मिला नया चेयरमैन, वीके यादव को रेलमंत्री ने दी बधाई

 नई दिल्ली, भारतीय रेलवे बोर्ड को नया चेयरमैन मिल गया है। दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक विनोद कुमार यादव रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन होंगे। रेलमंत्री पीयूष गोयल तथा रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने उन्हें सुखद भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं हैं।

कैबिनेट समिति ने विनोद कुमार यादव के नाम पर मुहर लगा दी। वे अश्वनी लोहानी का स्थान लेंगे जो लगभग डेढ़ वर्ष के चर्चित कार्यकाल के बाद सोमवार को रिटायर हो गए। इससे पहले दिनभर निवर्तमान चेयरमैन अश्विनी लोहानी को एक्सटेंशन देने की अटकलें चलती रहीं। शाम 4 बजे तक इस बारे में कोई आदेश न आने की वजह से लोहानी को रिटायरमेंट पर विदाई दी गई। विदाई के लगभग ढाई घंटे बाद नए चेयरमैन के ऑर्डर सामने आए।

इंडियन रेलवे सर्विस आफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स (आइआरएसईई) के 1980 बैच के अधिकारी विनोद कुमार यादव भारतीय रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन होंगे। हालांकि रेलवे बोर्ड के 3 सदस्य इस पद के दावेदार थे। जिनमें मेंबर इंजीनियरिंग विश्वेश चौबे तथा मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल के नाम प्रमुख हैं। लेकिन योग्यता, अनुभव के अलावा पर्याप्त कार्यकाल बाकी होने के कारण विनोद कुमार यादव सबसे आगे रहे।

गोरखपुर के मूल निवासी यादव ने आस्ट्रेलिया की ला ट्रोबे यूनिवर्सिटी से एमबीए तथा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।1982 में रेलवे में असिस्टेंट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले यादव ने उत्तर रेलवे में चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, लखनऊ के डीआरएम, दिल्ली के एडीआरएम लखनऊ लोको वर्कशॉप के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं।

उन्हें प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, जनरल मैनेजमेंट, इंडस्ट्रियल पॉलिसी फार्म्यूलेशन, विदेशी सहयोग तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का विशेष अनुभव है। उन्होंने विश्व बैंक के अंतरराष्ट्रीय तकनीकी समन्वय और जापान इंटरनेशनल कोआपरेशन एजेंसी- जिका के फंडिंग से जुड़े कार्यक्रमों एवं योजनाओं को भी नजदीकी से देखा है। वे डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर कारपोरेशन में ग्रुप जनरल मैनेजर के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं।

यही नहीं, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में इंटरनेशनल सेंटर फार एडवांसमेंट आफ मैन्युफैक्चरिंग टेक्नालॉजी में प्रोजेक्ट डायरेक्टर तथा तुर्की में इरकॉन के डिप्टी मैनेजर के तौर पर भी महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं। दक्षिण मध्य रेलवे के जीएम बनने से पूर्व वे रेल विकास निगम में कार्यकारी निदेशक, रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट्स के बतौर कार्यरत थे।