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शिवपाल यादव ने खोला राज , बताया क्यों लड़ा फिरोजाबाद से चुनाव?

इटावा,  प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ,  लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वह परिवार की एकता के लिए अपनी तरफ से किसी भी तरह का समर्पण करने को तैयार है ।

श्री यादव आज सैफई स्थित मास्टर चंदगीराम स्टेडियम में समाजवादी पार्टी के सरंक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के 81 वें जन्मदिन पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे ।

लखनऊ के एक वाक्ये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है अगर मुझे मुख्यमंत्री बनना होता तो 2003 में ही बन जाता और हम नेता जी से बोल देते तो नेताजी हमें ही मुख्यमंत्री बनाते लेकिन मुझे नहीं बनना था ।

उन्होंने कहा कि हम फिरोजाबाद का चुनाव नहीं लड़ते हम प्रोफेसर जी के यहाॅ गए थे । हम ने यह कहा कि मुझे कुछ नहीं चाहिए , सब लोग एक रहें लेकिन जब बात नहीं बनी तो उनकी ओर से अखबारो में बयान दिया था, कि ऐसी पार्टियां तो हमने बहुत बनती देखी हैं, जिनको 500 वोट नहीं मिलेंगे । पूर्वांचल में जाएंगे तो पीटे जाएंगे इसलिए हमने फिरोजाबाद से चुनाव लड़ा था ।

उन्होंने नेता जी के जन्मदिन पर जुटे लोगो का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग चाहो तो वो राजनीति में कार्यकर्ता बनने के लिए तैयार हैं, लेकिन हर हाल में नेताजी ;मुलायम सिंह की विचारधारा अपनानी होगी।

उन्होंने कहा कि अगर देश में परिवर्तन लाना है तो त्याग और संघर्ष करना ही होगा । यह सब नेता जी ने किया है । उन्होंने कहा कि नेताजी प्रधानमंत्री नहीं बन पाये यह भूल समझो या गलती । उन्होंने कहा कि एक कहावत है अगर आप बिजनेस कर रहे हो और मुनीम को मालिक बना देगें तो भट्टा बैठेगा ही । कुछ ऐसा ही नेताजी ने भी किया । रक्षा मंत्री बने तीन बार मुख्यमंत्री बने यह भी सही है दो बार तो मुख्यमंत्री बनाने में हमारा बहुत बड़ा योगदान रहा ।

उन्होंने कहा कि कभी.कभी तो अपने लोग भी धोखा देते हैं,  लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। श्री यादव ने कहा कि हमारी पार्टी के समस्त लोगों ने बैठक की जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि नेता जी का जन्मदिन एकता के रूप में मनाया जाए । जिसमें गरीब किसान , हर जाति वर्ग के लोगों को एक किया जाए ।

जब एकता की बात आई तो मीडिया वालों ने कहा कि आपके घर के लोग एक होंगे । मैंने कहा हमेशा नेताजी की बात को माना है और कभी उनकी बात को टाला नहीं। हम चाहते हैं परिवार एक रहे । हमने कभी नेताजी की बात नहीं गिराई । जिन लोगों ने गिराया है , वह लोग आज भी बात नहीं मान रहे हैं । हम आज भी नेता जी की बात मानने के लिए तैयार हैं। हम यहां सभी बैठे बुजुर्ग लोगों से कहूंगा ।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर एक जिले में घूमा हूॅ । हर जगह बुजुर्ग लोग मिले जो लोग समाजवादी विचारधारा से जुड़े थे, उन सभी ने हमसे कहा कि अगर भतीजा बात नहीं मान रहा है तो आप ही झुक जाओ ।