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स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में गोरखपुर को स्थान दिलाने के लिए, मुख्यमंत्री उतरे मैदान में

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज गोरखपुर में पार्षदगणों एवं अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में गोरखपुर को स्थान दिलाने के लिए सभी जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण मिलकर कार्य करें। स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 के फील्ड सर्वे की तैयारी अभी से कर ली जाए। लोगों को जागरूक करने के लिए सभी 80 वाॅर्डों के साथ ही जोन वार जागरूकता रैली निकाली जाए, जिसमें पार्षद गण, सांसदगण, विधायकगण एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण शामिल हों।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के सम्बन्ध में जागरूकता के लियें प्रभारी मंत्री के नेतृत्व में जनपद स्तरीय रैली निकाली जाए। आमजन में जागरूकता के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुये वाॅर्डवार होर्डिंग आदि लगायी जाये। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के साथ ही प्लास्टिक के खिलाफ भी अभियान चलाते हुए शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाए।

मुख्यमंत्री  ने विगत दिनों हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दौरे की सफलता पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री  का कार्यक्रम जिस प्रकार से सम्पन्न कराया गया, उससे एक बहुत बड़ा संदेश गया है कि गोरखपुरवासी विकास के प्रति जागरूक हैं और विकास के लिए आमजन भी मिलकर कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, इसलिए गोरखपुर में स्मार्ट सिटी के दृष्टिगत कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन त्रिनेत्र में जगह-जगह सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए गए हैं। अगले चरण मे इन कैमरों से निगरानी के लिये इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कण्ट्रोल रूम बनाया जाए, जिसमें सभी सी0सी0टी0वी0 कैमरे से निगरानी की जा सके। उन्होंने कहा कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कण्ट्रोल रूम का निर्माण नगर निगम, गोरखपुर विकास प्राधिकरण, पुलिस विभाग और जन सहभागिता से किया जाये। साथ ही बैंक, व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भी कैमरे लगाए जाएं। सुरक्षा की बेहतरीन व्यवस्था करते हुए आई0टी0एम0एस0/इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कण्ट्रोल रूम का बेहतरीन उपयोग किया जाए।

मुख्यमंत्री  ने नगर आयुक्त से कहा कि आवारा पशुओं को नियंत्रित करने के लिये कार्ययोजना बनाते हुए शहर को साफ-सुथरा रखा जाए। शहर को साफ और सुंदर बनाने की जिम्मेदारी हम सभी की है, इसलिए सबको मिलकर कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री  ने बाढ़/जलजमाव से बचाव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सांसद, महापौर, स्थानीय पार्षद एवं नगर आयुक्त अपने अपने क्षेत्रों के रेगुलेटरों का निरीक्षण करें तथा विधायक ग्रामीण एवं जिला अधिकारी, तरकुलानी रेगुलेटर का निरीक्षण करें। किसी भी हालत में शहर में जल जमाव की स्थिति न आने पाए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ से संबंधित जो भी निरोधात्मक कार्य किए जाने हैं, उनको प्रभावी ढंग से समय से सम्पन्न कराएं। इसमें किसी प्रकार की शिकायत ना आने पाए।

बैठक में सांसद  रवि किशन, गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।