बीजेपी द्वारा सोशल मीडिया के दुरुपयोग की अखिलेश यादव ने खोली पोल
July 24, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा प्रचार माध्यमों का प्रयोग अपने राजनीतिक झूठ को छिपाने के लिए कर रही है। सोशल मीडिया का यह दुरूपयोग लोकतंत्र के लिए खतरा है। इस माध्यम से नफरत फैलाई जा रही है। समाजवादी पार्टी के प्रति अभद्र और दुर्भावनापूर्ण प्रचार किया जाता है।
भाजपा के झूठ के जवाब में जो व्यक्ति खण्डन करता है उसे झूठे मामलों में फंसा दिया जाता है। भाजपा का बुनियादी राजनीतिक चरित्र सामाजिक सद्भाव बिगाड़ना, आर्थिक संकट पैदा करना और राजनीति की शुचिता तथा उसके नैतिक मूल्यों को नष्ट करना है। भाजपा ने विकास तो कुछ किया नहीं जो विकास समाजवादी सरकार में हुए उनको भी बर्बाद किया जा रहा है। कितना बजट सरकार का चला गया, कितना समय देश का बर्बाद हुआ इसका कौन जवाब देगा?
मुख्यमंत्री जी ने 16 महीनों में 75 जिलों का दौरा कर तथा कथित रिकार्ड बना दिया तो प्रधानमंत्री जी ने 50 माह में 50 देशों की यात्रा कर डाली। इन दौरों से न तो बाहर से पूंजी निवेश आया, नहीं बैंकों से पैसे लूटकर भागने वाले पकड़ में आए और नहीं हमारे जवानों की मौतों की संख्या में कमी आई। किसानों की आत्महत्याएं भी नहीं रूकीं। नौजवानों को रोजगार नहीं मिला। समाजवादी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की तुलना दो दशक से ज्यादा गुजरात राज्य में भाजपा सरकार भी नहीं कर सकती हैं। सच तो यह है कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को बदनाम करने में कोई कसर छोड़ी नहीं है। भाजपा राज में अपराध थमे नहीं, अपराधी खुले आम घूम रहे हैं, जेलों में उन्हीं का राज है। जेल में हत्याएं हो रही है। हालत इतनी बुरी है कि विदेशी पर्यटक और खिलाड़ी महिलाएं भारत आने में डरती हैं।
विदेशी महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं से देश की बदनामी विदेशों तक में हुई है। ऐसा कोई दिन नहीं होता जब महिलाओं, किशोरियों और बच्चियों तक से बलात्कार जैसी नृशंस वारदात नहीं होती हो। वास्तविकता यह है कि यहां कानून का राज पूरी तरह समाप्त हो गया है। हिन्दी के प्रख्यात गीतकार श्री गोपाल दास नीरज ‘‘यशभारती‘‘ पेंशन बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री जी से मिले थे। उन्हें खाली हाथ लौटा दिया गया। उनकी मौत के बाद अब आधी-अधूरी पेंशन शुरू करने की घोषणा की गई है। इसमें भी तमाम शर्ते थोपी जा रही हैं। यह तो अपने विशिष्ट क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाले विद्वानों, प्रतिभावान कलाकारों, खिलाड़ियों आदि का अपमान ही है।
भाजपा सरकार में ऐसा कोई निर्णय नहीं हुआ जिसमें राज्य की साख को बट्टा न लगता हो। भाजपा राज गुंडाराज का पर्याय बन गया है। माफिया मानते हैं कि उनका राज कायम हो गया है। भाजपा सद्भाव और सामाजिक सौहार्द की दुष्मन है। सोशल मीडिया का दूसरे रास्ते पर ले जाने में इस्तेमाल कर रही है। जनहित में कुछ भी नहीं किया जा रहा है। कोई काम नही ंतो कोई परिणाम भी नहीं। विकास तो छोड़ियें, समाजवादी सरकार द्वारा विकसित बुनियादी ढ़ांचा का भाजपा सरकार रखरखाव तक नहीं करना चाहती है। भाजपा सरकार ने वस्तुतः विकास को विनाश का रूप दे दिया है।