केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की बेटी आशा पासवान ने पिता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बड़ा एेलान करते हुए कहा है कि वे अपने पिता के खिलाफ राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। आशा पासवान ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को चाचा कहा और पूर्व अप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को अपना छोटा भाई बताया है।
आशा पासवान ने अपने पिता पर आरोप लगाया कि उनके पिता ने हमेशा उनके भाई चिराग पासवान को ही आगे बढ़ाने के बारे में सोचा है। आशा के मुताबिक उनकी अनदेखी की गई क्योंकि उनके पिता बेटियों के साथ भेदभाव करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि चिराग को पार्टी का संसदीय अध्यक्ष बनाए जाने पर भी मैंने कुछ नहीं कहा था लेकिन अगर अब मुझे राजद का टिकट मिला तो मैं हाजीपुर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।
आशा पासवान ने कहा है कि उनके पिता रामविलास पासवान अब दलितों के नहीं, सवर्णों के नेता हो गए हैं। इसके पहले रामविलास पासवान के दामाद व आशा पासवान के पति अनिल साधु ने कहा था कि अगर राजद उनकी पत्नी को टिकट देती है, तो वे निश्चित रूप से राम विलास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने सिर्फ मेरा नहीं, सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों का अपमान किया है। अनिल साधु ने कहा कि दलित रामविलास पासवान के बंधुआ मज़दूर नहीं हैं।
दरअसल, राम विलास पासवान की दो शादियां हैं। आशा पासवान की मां राम विलास पासवान की पहली पत्नी हैं। वे बिहार में पासवान के पैतृक गांव में रहती हैं। आशा पासवान के भाई चिराग पासवान राम विलास पासवान की दूसरी पत्नी के बेटे हैं।