फर्जी मुठभेड़ के शिकार, जितेंद्र यादव को लेकर आयोग, योगी सरकार पर हुआ सख्त, दिये ये आदेश
October 31, 2018
नई दिल्ली,पुलिस द्वारा नोएडा में फर्जी मुठभेड़ में जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव को गोली मारने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इस मामले मे ढुलमुल रवैया अपनाये हुयी योगी सरकार को आयोग ने विशेष आदेश दियें हैं।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा इस मामले पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। प्रेस विज्ञप्ति मे आयोग ने योगी सरकार को जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव को मुआवजा देने के आदेश की जानकारी दी है।राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दिया है कि वह जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव को राहत के रूप में 5 लाख रुपये का भुगतान करे। आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव से 6 सप्ताह के भीतर भुगतान के सबूत के साथ अनुपालन रिपोर्ट यानि साक्ष्य जमा करने के लिए कहा है।
तीन फरवरी 2018 की रात नोयडा के सेक्टर-122 में, जितेंद्र अपनी बहन का लगन लेकर गाजियाबाद से अपने गांव स्कॉर्पियो से लौट रहा था।पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ में जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव को दरोगा विजय दर्शन शर्मा ने गोली मारी थी। 5 फरवरी को मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मीडिया कवरेज के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया था।
पीड़ित जितेंद्र यादव का आरोप है कि विजय दर्शन शर्मा ने उन पर प्रमोशन और वाहवाही के लिए गोली चलाकर इसे एनकाउंटर का नाम दे दिया। दरोगा विजय दर्शन शर्मा के साथ मौके पर और भी पुलिसकर्मी मौजूद थे।वारदात के बाद अधिकारियों के आदेश पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया था। आरोपी दरोगा विजय दर्शन मामले में जेल में बंद है।
दरोगा विजय दर्शन शर्मा की गोली से घायल हुआ जिम ट्रेनर जितेंद्र आठ महीने बाद भी बिस्तर पर पड़ा हुआ है। गोली उसकी गर्दन से होते हुए रीढ़ की हड्डी में जाकर लग गई थी। इस वजह से वह चलने फिरने की स्थिति में नहीं है। जितेंद्र यादव अपनी टांग नहीं उठा पाते हैं। डॉक्टरों के अनुसार जितेंद्र यादव के दोबारा सही से चलने की उम्मीद काफी कम है। उन्होंने बॉडी बिल्डिंग में कई इनाम जीते हैं, वो मिस्टर उत्तराखंड भी रह चुके हैं।
वहीं, एक दूसरे केस मे, योगी सरकार ने लखनऊ मे पुलिस द्वारा मारे गये विवेक तिवारी के परिवार को तत्काल 40 लाख रूपये की आर्थिक सहायता और विवेक की पत्नी को लखनऊ नगर निगम मे अधिकारी के पद पर नौकरी भी दी। जबकि, योगी सरकार ने यूपी पुलिस के दरोगा विजय दर्शन शर्मा की गोली से घायल हुयें जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव जो आठ महीने बाद भी बिस्तर पर पड़े हुये हैं, उनकी इस तरह की कोई सहायता नही की।