मुख्यमंत्री की फोटो के आगे पेशाब करते मंत्रीजी, सोशल मीडिया पर वायरल ये फोटो
October 8, 2018
नई दिल्ली, एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इस वायरल फोटो में मंत्रीजी मुख्यमंत्री की फोटो के आगे पेशाब कर रहे हैं. मंत्रीजी ने जहां पेशाब किया वह बीजेपी की चुनावी रैली के स्थान के बगल में था, जहां उनके अनुसार करीब ढ़ाई लाख लोग मौजूद थे. लेकिन फिर भी उन्हे इसमें कुछ भी अनुचित नहीं लगा. जबकि फोटो के वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन पर भी सवाल उठने शुरू हो गयें हैं.
राजस्थान सरकार में मंत्री और भाजपा नेता शंभू सिंह खातेसर की एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है जिसमें वह एक दीवार पर पेशाब करते हुए दिखाई दे रहे है. शंभू सिंह खातेसर जहां पेशाब कर रहे हैं, उसी दीवार पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का एक पोस्टर भी लगा हुआ है. इस फोटो के वायरल होने के बाद, मंत्री और भाजपा नेता शंभू सिंह खातेसर की सफाई देने से खासा विवाद पैदा हो गया है.
सूत्रों के अनुसार, पहले तो मंत्री जी ने मुख्यमंत्री के पोस्टर के समीप पेशाब करने की घटना से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पेशाब करने की उनकी यह तस्वीर कैंपेन पोस्टर के पास की नहीं है. बाद मे मंत्री ने यह भी कहा कि वह सुबह से ही कार्य में व्यस्त थे और दूर-दूर तक कोई टॉयलेट नहीं था. जिसकी वजह से उन्हें उस जगह पर पेशाब करना पड़ा.
मंत्री शंभू सिंह खातेसर को अपने इस कार्य पर कोई पछतावा नही है. उन्होने कहा कि खुले में पेशाब करना पुरानी परंपरा रही है. शंभू सिंह खातेसर की इस फोटो के वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन पर भी सवाल उठ रहें हैं. लेकिन मंत्रीजी ने स्वच्छ भारत मिशन का बचाव करते हुये दलील दी कि खुले में शौच करना और पेशाब करना दो अलग-अलग चीजें हैं. उन्होंने कहा कि खुले में शौच करने से बीमारियां उत्पन्न होती हैं, जबकि खुले में पेशाब करना कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है, जब तक इसे एकांत मे किया जाए.
उन्होंने कहा, “जिस इलाके में मैंने पेशाब किया था वह पूरी तरह से एक एकांत जगह थी, अगर कोई व्यक्ति ऐसी जगह पर पेशाब करता है, तो किसी भी तरह की गंदगी और बीमारी नहीं फैल सकती है.” राजस्थान सरकार के मंत्री खातेसर ने जहां पेशाब किया वह बीजेपी की चुनावी रैली के स्थान के बगल में था, जहां उनके अनुसार करीब ढ़ाई लाख लोग मौजूद थे. लेकिन फिर भी शंभू सिंह खातेसर को इसमें कुछ भी अनुचित नहीं लगा.