मुलायम सिंह यादव की परेशानी बढ़ी, योगी सरकार ने जांच के लिए गठित की स्पेशल टीम
February 27, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की परेशानी अब बढ़ गई है। योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव के खिलाफ की जा रही जांच की गति को बढ़ाने के लिए अब स्पेशल टीम गठित कर दी है।
एक डिप्टी एसपी की अगुवाई में चार पुलिस अधिकारियों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई है जो जल्द अपना काम शुरू कर देगी। सीजेएम कोर्ट के आदेश के बाद गठित पांच सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व सीओ बाजारखाला अनिल कुमार यादव करेंगे। मुलायम सिंह यादव की आवाज का नमूना लेने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने हजरतगंज थाने में तहरीर देकर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाया था। आईजी अमिताभ ठाकुर के अनुसार, मुलायम सिंह ने 10 जुलाई 2015 को उन्हें मोबाइल पर धमकी दी थी। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर विवेचना शुरू की। 20 अगस्त 2016 को कोर्ट ने विवेचक को मुलायम सिंह के वॉयस सैंपल लेने का आदेश जारी किया था, लेकिन विवेचक ने वॉयस सैंपल नहीं पेश किया।
आठ महीने पहले यह विवेचना सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा को सौंपी गई। कुछ दिन पहले ही सीओ अभय मिश्रा ने सीजेएम कोर्ट के सामने वॉयस सैंपल लेने के लिए किए गए प्रयासों की रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट के अनुसार, अभय मिश्रा ने और पूर्व विवेचकों ने विशेष वाहक, इंस्पेक्टर गौतमपल्ली और रजिस्टर्ड डाक के द्वारा कई बार मुलायम सिंह को आवाज का नमूना देने के लिए नोटिस भेजा, लेकिन उनके आवास पर किसी ने नोटिस रिसीव नहीं किया।