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कौन हैं समाजवादी पार्टी के राय साहब ? क्यों महत्वपूर्ण है उनकी राय ?

लखनऊ, समाजवादी पार्टी में इन दिनों ‘राय साहेब’ की चर्चा है। नाम के मुताबिक ही उनका काम है यानि राय देना। वह भी इतनी महत्वपूर्ण राय जैसे- कैसे अपने वोटरों- समर्थकों से संवाद कायम करें, क्या बोलें, क्या नही। सोशल मीडिया का अपने पक्ष मे कैसे उपयोग करें, चुनाव जीतने की टिप्स आदि-आदि।

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 हाल ही मे, समाजवादी पार्टी की लगातार चार प्रशिक्षण बैठकें हुई। इन प्रशिक्षण बैठकों की खासियत ये रही कि अलग- अलग वर्गों की अलग-अलग बैठकें हुईं। अन्य पिछड़े वर्गों,  यादवों , मुस्लिमों और सामान्य वर्ग के नेताओं की अलग- अलग बैठकें की गई। साथ ही पार्टी  प्रवक्ताओं की भी अलग बैठक हुई। इन सब प्रशिक्षण बैठकों मे एक बात कामन रही कि सभी बैठकों में राय साहब की धमाकेदार उपस्थिति रही और उनके प्रेजेंटेशन की चर्चा हुई।

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 समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वयं उनका परिचय कराया। अखिलेश यादव ने बताया ‘ये मिस्टर राय हैं, आप सबको चुनावी रणनीति से लेकर प्रचार के तौर तरीक़े बतायेंगे। बड़े क़ाबिल और पढ़े लिखे हैं। हमारी और आपकी मदद करने आए हैं। ” बैठक मे राय साहेब ने  बताया कि कैसे बतौर नेता आप अपनी लोकप्रियता मे इजाफा करें। किस तरह पार्टी और प्रत्याशी से वोटरों और समर्थकों को जोड़ें। समाजवादी पार्टी को बूथ लेवल तक  कैसे मज़बूत करें।

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 ‘राय साहेब’ के प्रशिक्षण की खास बात यह रही कि समाजवादी पार्टी के अलग-अलग समर्थक समुदायों के लिये उनके पास अलग- अलग टिप्स थी। जहां पार्टी हित मे उन्होने मुस्लिम नेताओं को  एेसे बयान और भाषण न देने की राय दी जो हिंदुओं की भावना को ठेस पहुँचायें। वहीं  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित बीजेपी के नेताओं के ख़िलाफ़ अभद्र भाषा न प्रयोग करने की भी सलाह दी।

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 ओबीसी और यादवों को उन्होने दलितों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने की टिप्स दीं तो पार्टी प्रवक्ताओं को  मीडिया से  बात करने के तौर तरीकों की जानकारी दी। ‘राय साहेब’ ने समाजवादियों को बताया कि न्यूज़ चैनलों पर टीवी डिबेट में अपनी बात को प्रभावशाली ढंग से कैसे रखा जाये। एेसे समय हमारा  ड्रेस-कोड क्या हों। राय साहेब ने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया के भी उपयोग की जानकारी दी। फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्स एप्प आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म को अपने राजनैतिक हित मे प्रयोग करने के तरीके समझाये।

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 अब राय साहेब की क्लास अटेंड करने के बाद सपाई रायसाहेब के बारे मे पता करते घूम रहें हैं।  लेकिन बड़े गजब की बात है कि ‘राय साहेब’ के बारे मे लोगों को जानकारी नही है। ‘राय साहेब’ को सबने देखा है, लेकिन सच ये है कि पार्टी के किसी नेता को उनका पूरा नाम तक नहीं पता है। सूत्रों के अनुसार,  ‘राय साहेब’ मूलत: बिहार के रहने वाले हैं। सामाजिक न्याय के लिए समर्पित हैं। बहुजन वर्ग यानि 85 प्रतिशत से ताल्लुक रखतें हैं।  ‘राय साहेब’ ने अपनी करोड़ों की सेवा यानि राय देना ,  समाजवादी पार्टी को फ्री मे उपलब्ध करायीं हैं,  एक भी पैसा  नही लिया है।

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