बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की 2005 में हत्या कर दी गई थी. राय गाजीपुर जिले की मोहम्दाबाद विधानसभा से विधायक थे. बता दें कि मुख्तार अंसारीका पूर्वांचल में एक अलग रुतबा हुआ करता है. यही वजह है कि बसपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था, मगर उनके कद को देखते हुए दोबारा पार्टी के टिकट से चुनाव लड़वाया.
मुख्तार अंसारी मऊ निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य के रूप में रिकॉर्ड पांच बार विधायक चुने गए हैं. अंसारी ने बहुजन समाज पार्टी के एक उम्मीदवार के रूप में अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था.1996 में अंसारी पहली बार बसपा की टिकट से चुनाव जीते थे. 2002 में और 2007 में उन्होंने निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की. बाद में 2007 में ही वो फिर से बसपा में शामिल हो गये. उसके बाद बसपा ने उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी की सीट से लड़ाया, मगर वो असफल रहे.