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फिरौती मांगने के मामले में इतने आरोपियों को किया गिरफ्तार

नैनीताल, फिरौती मांगने के मामले में 5 आरोपियों को  गिरफ्तार किया। उत्तराखंड की नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी के जयगुरू ज्वैलर्स की मालकिन से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले का भंडाफोड़ कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

फिरौती की रकम सम्पूर्णानंद केन्द्रीय कारागार में बंद सजायाफ्ता कैदी की ओर से मांगी गयी है। इस घटना के बाद केन्द्रीय कारागार की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गये हैं। गिरफ्तार आरोपियों में उत्तर प्रदेश की दो महिलायें भी शामिल हैं। पुलिस मुख्य आरोपी को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। नैनीताल की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रीति प्रियदर्शिनी की ओर से शुक्रवार को इस मामले का खुलासा हल्द्वानी में किया गया। उन्हाेंने बताया कि गत एक जनवरी को हल्द्वानी स्थित जयगुरू ज्वैलर्स की मालकिन रीता खंडेलवाल से 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गयी थी।

फिरौती मांगने वाले ने रीता खंडेलवाल को मोबाइल पर फोन कर अपना नाम दल्लू बताया और फिरौती नहीं देने के एवज में उसे और उसके बच्चों को जान की धमकी भी दी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर क्षेत्राधिकारी भूपेन्द्र सिंह धोनी की अगुवाई में एसओजी की एक टीम का गठन किया गया।

पुलिस को जांच में पता चला कि फिरौती मांगने वाले की लोकेशन सितारगंज केन्द्रीय कारागार में है। प्राथमिक जांच में यह भी पता चला कि सिम रूद्रपुर के दुर्गा प्रसाद के नाम पर आवंटित है लेकिन उसने इसका प्रयोग नहीं किया। इसके बाद पुलिस ने जांच को तेज कर दिया और पता चला कि सिम महेन्द्र सिंह गंगवार निवासी खेड़ा कालोनी, ट्रांजिट कैम्प, रूद्रपुर और नरेन्द्र सिंह गंगवार बकेनिया घाट, थाना मिलक रामपुर, उप्र नामक आरोपियों ने रूद्रपुर के खेड़ा निवासी दीपक राठौर को बेचा है।

महेन्द्र गंगवार और नरेन्द्र गंगवार दुर्गा प्रसाद के साथ फुटपाथ पर दुकान लगाने का काम करते हैं और दुर्गा प्रसाद ने अपना सिम पोर्ट कराने के लिये उन्हें अपनी आईडी उपलब्ध करायी थी। पुलिस को यह भी पता चला कि दीपक राठौर का भाई राहुल राठौर केन्द्रीय कारागार में हत्या के मामले में सजायाफ्ता बंदी है। पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि राहुल राठौर ने सिम जुटाने की जिम्मेदारी जेल में उससे मिलने के लिये आने वाली अपनी महिला मित्र अंकिता उर्फ धीरेन्द्र कुमार निवासी फुलपुर आजमगढ़, उप्र और अंजलि उर्फ अंजु पत्नी अजय रस्तोगी निवासी जानकी देवी मार्केट, थाना हींग की मंडी, आगरा, उप्र को दी। दोनों ने राहुल राठौर के भाई दीपक राठौर को मिलकर पूरी योजना की जानकारी दी और उसे सिम की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी।

राहुल राठौर ने रीता खंडेलवाल को फिरौती की रकम मांगने के बाद सिम को नष्ट कर दिया। पुलिस ने पूरे षड्यंत्र में गंगवार, नरेन्द्र सिंह गंगवार, अंकिता और अंजलि को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी राहुल राठौर को रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है। पुलिस को यह भी पता चला है कि राहुल जेल में रहकर अपना रूतबा बढ़ाना चाहता था और उसने धन कमाने के लिये फिरौती वसूलने की योजना को अंजाम दिया।