नई दिल्ली, मोदी सरकार अटल पेंशन योजना में पेंशन की रकम बढ़ाने पर विचार कर रही है. पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने पेंशन की रकम और उम्र की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा है. सरकार फिलहाल इस पर विचार कर रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद को दिए लिखित जवाब में कहा है कि सरकार अटल पेंशन योजना में संभावनाएं तलाश रही है. इस योजना के तहत सरकार 60 साल की उम्र में लोगों को 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये और 5000 रुपये की मंथली पेंशन देती है. बुजुर्ग जिस रकम के लिए प्रीमियम देते हैं उन्हें पेंशन के तौर उतनी रकम दी जाती है.
यह स्कीम 18 से 40 साल तक के सब्सक्राइबर्स के लिए है. इसके लिए 42 रुपये महीने की बचत से शुरुआत की जा सकती है. अटल पेंशन योजना के तहत सिर्फ जीते जी ही नहीं, बल्कि मौत के बाद भी परिवार को मदद मिलती रहती है. अगर 60 साल से पहले ही योजना से जुड़े किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो फिर उसकी पत्नी इस योजना में पैसे जमा करना जारी रख सकती है और 60 साल के बाद हर महीने पेंशन पा सकती है. दूसरा विकल्प यह है कि उस व्यक्ति की पत्नी अपने पति की मौत के बाद एकमुश्त रकम का दावा कर सकती है. अगर पत्नी की भी मौत हो जाती है तो एक एकमुश्त रकम उनके नॉमिनी को दे दी जाती है.
अटल पेंशन योजना भारत सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए शुरू की गई स्कीम है जिसका प्रबंधन पीएफआरडीए (पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण) करता है. प्रति महीने 1,000 रुपये की पेंशन प्राप्त करने के लिए आपको अपनी उम्र के हिसाब से 42 रुपये से लेकर 291 रुपये प्रति माह जमा करवाना पड़ सकता है. आपको बता दें कि भगवान न करे अगर किस्त देने वाले व्यक्ति की किसी कारणवश मृत्यु हो जाती है तो उसके नॉमिनी को एकमुश्त 1,70,000 रुपये मिलेंगे.
अगर आप हर महीने 2,000 रुपये की पेंशन पाना चाहते हैं तो आपको हर महीने 84 रुपये से लेकर 582 रुपये तक की किस्त देनी होगी. आपकी मासिक किस्त आपकी उम्र पर निर्भर करती है. अगर इस दौरान व्यक्ति और उसकी पत्नी की मृत्यु हो जाती है तो उनके नॉमिनी को 3,40,000 रुपये एकमुश्त मिल जाएंगे. प्रति माह 5000 रुपये की पेंशन के लिए आपको हर महीने 210 रुपये से लेकर 1454 रुपये जमा करने पड़ सकते हैं. अगर इस दौरान व्यक्ति और उसकी पत्नी की मौत हो जाती है तो उनके नॉमिनी को 8,50,000 रुपये की एकमुश्त रकम मिलेगी.
सरकार द्वारा शुरू की गई यह स्कीम समाज के कमजोर वर्ग के लिए है ताकि 60 साल के बाद उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े. इस योजना से 18 से 40 साल तक की उम्र के लोग जुड़ सकते हैं. इस योजना में कम से कम 20 साल निवेश करना जरूरी है. इस योजना से जुड़ने के लिए बैंक में एक बचत खाता और आधार कार्ड होना जरूरी है.