नई दिल्ली, यूपी के 30 पीसीएस अफसर अब आईएएस बन गए हैं। नियुक्ति विभाग ने इन अफसरों के प्रमोशन का आदेश जारी कर दिया. वहीं हाल ही में गंभीर आरोपों में गोरखपुर के नगर आयुक्त पद से निलंबित हुए प्रेम प्रकाश सिंह के प्रमोशन की फाइल रोक ली गई है. उनका आदेश जारी नहीं किया गया.
पीसीएस से आईएएस में पदोन्नत अधिकारियों में पीसीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह, विशेष सचिव आवास राजेश कुमार पांडेय व यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया भी शामिल हैं। संघ लोक सेवा आयोग में 22 अक्तूबर को प्रांतीय सेवा के प्रशासनिक अधिकारियों की आईएएस सेवा में पदोन्नति के लिए विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक हुई थी। इसमें यूपी के 34 पीसीएस अधिकारियों को आईएएस संवर्ग में पदोन्नत की संस्तुति की गई। इनमें 31 को कन्फर्म जबकि तीन की प्रोविजनल पदोन्नति की संस्तुति हुई।
इसी बीच सरकार ने गोरखपुर के नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश सिंह को निलंबित कर दिया। इससे प्रोविजनल पदोन्नत अधिकारियों की संख्या चार हो गई। इस वजह से केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने सोमवार को 30 अधिकारियों की ही पदोन्नति की अधिसूचना जारी की। डीओपीटी की अधिसूचना जारी होते ही नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के विशेष सचिव धनंजय शुक्ल ने सभी अफसरों के नए संवर्ग में नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए गए। पदोन्नत अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ वेतनमान में नियुक्ति दी गई है। इन अधिकारियों को तत्काल पीसीएस सेवा से कार्यमुक्त होकर आईएएस सेवा में जॉइन करने का निर्देश दिया गया। देर रात ज्यादातर अधिकारियों ने नए संवर्ग में कार्यभार ग्रहण कर लिया। विशेष सचिव शुक्ल ने बताया है कि अगले आदेशों तक सभी अधिकारी मौजूदा पदों पर ही तैनात रहेंगे।
चार वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों में 1986 बैच के जितेंद्र बहादुर सिंह-प्रथम और 1994 बैच के उदयी राम व भीष्म लाल के खिलाफ अलग-अलग मामलों में जांच लंबित होने की वजह से इन्हें प्रोविजनल पदोन्नति दी गई है। इनके मामले तय समयसीमा में खत्म हो जाएंगे तो इनकी पदोन्नति के आदेश बाद में जारी किए जा सकते हैं। तय समय अवधि बीतने के बाद अगली पदोन्नति के लिए होने वाली डीपीसी में नए सिरे से विचार होगा। इनके अलावा 1997 बैच के पीसीएस अधिकारी व डीपीसी के समय गोरखपुर के नगर आयुक्त रहे प्रेम प्रकाश सिंह की पदोन्नति की भी संस्तुति की गई थी। मगर, डीओपीटी से अधिसूचना जारी किए जाने से पहले सरकार ने प्रेम प्रकाश को निलंबित कर दिया था। इस वजह से डीओपीटी से ही राय की पदोन्नति अटक गई।
1996 बैच के अधिकारी :
रेनू तिवारी, सीडीओ सहारनपुर
शेष मणि पांडेय, सीईओ भदोही डवलपमेंट अथॉरिटी
राकेश कुमार मिश्र-द्वितीय, एसीईओ नोएडा अथॉरिटी गौतमबुद्धनगर
राकेश कुमार-प्रथम, सीडीओ रायबरेली
अवनीश कुमार शर्मा, नगर आयुक्त मुरादाबाद
राम नरायन सिंह यादव, विशेष सचिव नियोजन
राम नेवास, सीडीओ मथुरा
संतोष कुमार, अपर खाद्य आयुक्त लखनऊ
राजेश कुमार त्यागी, सीडीओ देवरिया
मनोज कुमार, सीडीओ अमेठी
राधेश्याम, सीडीओ सुल्तानपुर
शेष नाथ, आरएफसी कानपुर नगर
1997 बैच के अधिकारी :
नीरज शुक्ला, विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
उमेश मिश्रा, विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
रविशंकर गुप्ता, नगर आयुक्त अयोध्या, फैजाबाद
राजेश कुमार राय, रजिस्ट्रार केजीएमयू
उमेश प्रताप सिंह, डायरेक्टर सूडा
चंद्र प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त गाजियाबाद
श्री हरि प्रताप शाही, विशेष सचिव नगर विकास
शत्रुघ्न सिंह, निदेशक आईसीडीएस
अरुण प्रकाश, नगर आयुक्त आगरा
रण विजय यादव, अपर आयुक्त लखनऊ
राजा राम, अपर आयुक्त कानपुर नगर
राम सिंहासन प्रेम, सीडीओ महराजगंज
चंद्र शेखर, विशेष सचिव बेसिक शिक्षा
ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, अपर निदेशक सूचना लखनऊ
मंगला प्रसाद सिंह, सचिव विकास प्राधिकरण लखनऊ
राजेश कुमार पांडेय, विशेष सचिव आवास लखनऊ
दिनेश चंद्र, सीडीओ अलीगढ़
डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, सचिव यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग