अखिलेश यादव ने किया बड़ा खुलासा, कहा- हमारी लड़ाई भाजपा से ज्यादा इनसे है..?
September 17, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी राजनैतिक प्रतिद्वंदिता के बारे मे बड़ा खुलासा किया है। उन्होने साफ किया कि कोई और है जिससे उनकी लड़ाई भाजपा से भी ज्यादा है..?
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा से है लेकिन उससे भी ज्यादा सामने लड़ाई में न दिखाई देने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस से है। आरएसएस की विचारधारा से समाजवादी विचारधारा ही लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि जिस आरएसएस ने 70 सालों तक अपने मुख्यालय नागपुर पर तिरंगा नहीं फहराया हो उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। आरएसएस ने पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी के खिलाफ नफरत और झूठ फैलाने का काम किया इसलिए इससे सभी को सावधान रहना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि देश को बचाना हमारा एजेन्डा है और इसके लिए हम गठबंधन करेंगे तथा कांग्रेस को राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते बड़ा दिल दिखाते हुए इसकी पहल करनी चाहिए। उन्होने कहा कि देश को बचाने के लिए हमें दो कदम पीछे हटना पड़े तो भी गठबंधन करेगें। इस सम्बंध में उन्होंने कांग्रेस से पहल करने को कहा क्योंकि वह राष्ट्रीय पार्टी है। उसे बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा गठबंधन में प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम मुद्दा नही है, यह चुनाव बाद तय हो जाएगा।
उन्हाेंने कहा कि इस चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों की बड़ी भूमिका होगी और वे ही भाजपा का मुकाबला कर सकेगी। अखिलेश ने कहा कि इस बार जनता में गुस्सा है और भाजपा के प्रति निराशा है इसलिए हर हालत में भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा की हार हुई तो वह देश की सत्ता में वापस नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि जिन्होंने 50 साल तक सत्ता में रहने की बात कही है। पता नहीं तब तक वे रहेंगे या नहीं। लेकिन यह तय है कि देश की जनता अगले 50 सप्ताहों में अपना फैसला सुनाने जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए क्योंकि ईवीएम की विश्वसनीयता पर उंगली उठी है। चुनाव आयोग को निष्पक्षता से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा इस बार चुनाव में किसानए बेरोजगारीए मंहगाई के मुद्दे से भाजपा को ध्यान नहीं हटाने देंगे। केन्द्र सरकार को चार साल हो गए कोई काम नहीं हुआ। समाजवादी पार्टी के कामों को ही वे अपना बताकर उद्घाटन-शिलान्यास कर रहे हैं।