लालू यादव का असली वारिस आया सामने,तेजस्वी की बढ़ी मुश्किलें…
October 2, 2018
पटना, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव का असली वारिस सामने आ गया है जिससे कि लालू यादव के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है.
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सासंद पप्पू यादव ने खुद को आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव का असली ‘राजनीतिक वारिस’ बताते हुए कहा कि उनके परिवार के लोगों ने ही साजिश के तहत उन्हें ‘धृतराष्ट्र’ बना दिया. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि कहीं यही लोग अपनी ओछी राजनीति के लिए लालू यादव की हत्या न करवा दें. पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में सांसद पप्पू यादव ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय और गरीबों की शुरुआत लालू यादव और पप्पू यादव ने की. कोई अनुकंपा पर राजनीति करने वाले ‘ट्विटर ब्वॉय’ ने नहीं.
सासंसद ने कहा, “लालू यादव आज जिस हाल में हैं, उसके लिए उनका परिवार ही जिम्मेवार है. हम जनहित में संघर्ष करते हैं, ट्विटर पर नहीं.” उन्होंने ने मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या और उसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरप्रीत कौर के तबादले के लिए सफेदपोशों को जिम्मेवार ठहराया.
पप्पू यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर अब तक शूटर की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि बिना उसकी गिरफ्तारी के सच्चाई का पता नहीं चलेगा. उन्होंने कहा, “सरकार के मंत्री के पुत्र का समीर के साथ किस बात को लेकर झगड़ा था? मंत्री का मोबाइल बंद क्यों है? जब हरप्रीत कौर इस मामले की साजिश का पदार्फाश करना चाहती थी, तब उनका तबादला क्यों कर दिया गया.
मधेपुरा के सांसद ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग करते हुए कहा कि बिना गहन जांच के इस मामले में दोषियों का पता लगाना संभव नहीं है. सांसद ने बिहार में हो रही अधिकतर हत्याओं की वजह जमीन की दलाली को बताते हुए कहा कि इसमें नेता और अधिकारियों की भी संलिप्तता बड़े पैमाने पर है. इनकी जमीन हड़पने की साजिश में हत्या स्वाभाविक है.
बता दें कि साल 2015 में जब लालू प्रसाद ने पार्टी में अपने बेटे को उत्तराधिकारी बनाने की बात कही थी, तब भी पप्पू यादव ने इसे खारिज करते हुए खुद को लालू का असली राजनीतिक वारिस बताया था. उस समय पप्पू यादव पर पलटवार करते हुए लालू यादव ने सासाराम में एक सभा में कहा था, ‘भारतीय संस्कृति में बेटा ही पिता की विरासत संभालता है. इस कारण मेरे बाद पार्टी का उत्तराधिकारी पप्पू यादव नहीं, बल्कि मेरा बेटा होगा. मेरे इस फैसले से जिसे परहेज है, वह पार्टी छोड़कर जा सकता है. लालू ने पप्पू यादव को अपराधी भी करार दिया था.