इस छोटी सी दुकान में इनकम टैक्स ने मारा छापा,मिले करोड़ो रुपये…
December 3, 2018
नई दिल्ली, मेवे और साबुन की एक छोटी सी दुकान से आखिर कितना कैश मिल सकता है? आपके दिमाग में इसका जवाब हजारों या लाखों रुपए हो सकता है. लेकिन ऐसा नहीं है. इस दुकान के अंदर आयकर विभाग को 300 प्राइवेट लॉकर्स मिले हैं, जिनमें करोड़ों रुपए रखे हुए थे.
इन लॉकर्स से बरामद कैश की काउंटिंग के लिए आयकर विभाग के अधिकारी करीब एक महीने से इसी दुकान में रह रहे हैं. यह दुकान आयकर अधिकारी का ‘घर’ बन गई है. एक महीने से अधिकारी इस दुकान के अंदर ही सोते हैं, रहते हैं और खाते हैं. वे दिन-रात यहीं रहकर कैश की काउंटिंग और जांच कर रहे हैं.चौंकाने वाली बात है कि रविवार तक यहां से 30 करोड़ कैश निकाला जा चुका है.
सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यहां इतना पैसा कहां से आया. इनकम टैक्म की टीम इसकी जांच कर रही है. जहां सीक्रेट लॉकर मिले हैं वहां राजहंस सोप प्राइवेट लिमिटेड नाम से साबुन की दुकान थी और पाकिस्तानी ड्राई फ्रूट भी बेचे जाते थे. दिवाली के पहले यानी पिछले एक महीने से भी ज्यादा वक्त से यहां इनकम टैक्स की टीम छानबीन कर रही है. इनकम टैक्स के अधिकारी ब्लैक मनी और हवाला का पैसा होने का अंदेशा जता रहे हैं. साथ ही आतंकी फंडिंग एंगल से भी जांच चल रही है.
एनआईए ने भी टेरर फंडिंग कनेक्शन से अब तक इनकार नहीं किया है. एनआईए के सूत्रों ने मेल टुडे को बताया है कि इस दुकान में जो ड्राई फ्रूट बेचा जाता था वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आता था. सूत्र ने ये भी बताया कि पिछले साल घाटी में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तानी फंडिग हासिल करने के मामले में एनआईए ने एक फ्रूट डीलर को हिरासत में लिया था. इस सिलसिले में कई शहरों में छापे मारे गए थे.
एनआईए सूत्र के मुताबिक, आईटी डिपार्टमेंट की ओर से छापे मारने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एजेंसी अपनी जांच करेगी. जांच के दौरान लॉकर्स के मालिक का पता लगाया जाएगा. दुकान के मालिक के ट्रैवल डिटेल्स, कॉल लॉग्स, सोशल नेटवर्किंग एक्टिविटिज और बैंक ट्रांजैक्शन की भी छानबीन की जाएगी.