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अनशन पर टिकैत बोले, आत्महत्या कर लूंगा पर सरेंडर नहीं करेंगे

नई दिल्ली, गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले लोग आंदोलनकारी नहीं हैं। तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं है। साथ ही दिल्ली में हुई हिंसा को साजिश करार देते हुए सुप्रीम कोर्ट से 3 मांग भी की। सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात की गई।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में हुई हिंसा की जांच कराए। लाल किले पर कौन लोग थे इसकी भी जांच की जाए। साथ ही उनके कॉल रिकॉर्ड की जांच कराई जाए और पिछले 2 महीने के कॉल रिकॉर्ड की जांच हो।

साथ ही टिकैत ने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे. हमारा धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि लाल किले की घटना के लिए जो जिम्मेदार हैं उनकी कॉल डिटेल निकाली जाए।

राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है। उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है। बावजूद इसके सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है।

राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले पर कौन लोग थे, सुप्रीम कोर्ट के जज उसकी जांच करें। कमेटी जांच करे और पता लगाए कि वहां झंडा लगाने वाले कौन थे।

गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती है। धरनास्थल पर प्रशासन की टीम भी मौजूद है. स्थानीय लोग भी यहां पर मौजूद हैं और सड़क खाली करने की मांग कर रहे हैं। वे लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। स्थानीय लोग ‘फर्जी किसान बॉर्डर खाली करो’ के नारे लगा रहे हैं। साथ ही दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस के समर्थन में भी नारेबाजी कर रहे हैं।

इस बीच सिंघु बॉर्डर की ओर जा रही सड़क को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया है। यहां पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। टिकरी बॉर्डर पर भी भारी संख्या मे पुलिस फोर्स तैनात हैं।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पहले वह गिरफ्तारी देना चाहते थे, लेकिन बीजेपी के विधायकों ने हमारे लोगों के साथ मारपीट की है। हमारे लोगों को रास्ते में पीटने की योजना बना रखी है. उन्होंने कहा कि अब हम यहां से नहीं जाएंगे। यहीं बैठेंगे।

किसान नेता राकेश टिकैत ने खुदकुशी की भी धमकी दी है। मीडिया से बातचीत में रोते हुए राकेश टिकैत ने कहा, ‘अगर तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते हैं तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। मुझे कुछ भी हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार होगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैं किसानों को बर्बाद नहीं होने दूंगा। किसानों का मारने की साजिश रची जा रही है. यहां अत्याचार हो रहा है।’

इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन की ओर से सभी सुविधाएं हटा दी गई हैं।प्रशासन की इस कार्रवाई पर राकेश टिकैत ने कहा, ‘देश ने मुझे झंडा दिया है तो पानी भी देगा। मैं गाजियाबाद का पानी नहीं पीऊंगा. गांव के लोग पानी लेकर आएंगे तब मैं पीऊंगा’