नई दिल्ली, हज सब्सिडी खत्म करने के पाकिस्तान सरकार के फैसले से 450 करोड़ रुपये की बचत होगी. पाकिस्तान के धार्मिक एवं आपसी सौहार्द मामलों के मंत्री नूरुल हक कादरी ने यह जानकारी दी.
यह जानकारी पाकिस्तान के धार्मिक एवं आपसी सौहार्द मामलों के मंत्री नूरुल हक कादरी ने दी. हज सब्सिडी खत्म करने का फैसला हाल में इस्लामाबाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाली संघीय मंत्रिमंडल की बैठक में किया गया. जिससे इस बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या इस्लाम सब्सिडी युक्त हज की इजाजत देता है.
‘द न्यूज’ ने कादरी के हवाले से बताया, ‘पूर्ववर्ती (पीएमएल-एन) सरकार हर हज यात्री को 42-42 हजार रुपए की सब्सिडी देती थी. जिससे पाकिस्तान के राजकोष पर 450 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ता था. देश की मौजूदा आर्थिक हालात को ध्यान में रखते हुए संघीय कैबिनेट ने इस सब्सिडी को खत्म करने का फैसला किया है.’
इसी के साथ पाकिस्तान सरकार में मंत्री नूरुल हक कादरी ने जानकारी दी कि इस साल 1 लाख 84 हजार पाकिस्तानी नागरिक हज यात्रा करेंगे. उन्होंने बताया कि इनमें से 1 लाख 7 हजार लोग सरकारी कोटे से जबकि शेष निजी कोटे से हज यात्रा पर जाएंगे.