अखिलेश यादव ने बताया – क्या है मोदी सरकार का विकल्प….?
March 27, 2018
कानपुर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि केन्द्र का विकल्प क्षेत्रीय दल हैं। लोकतांत्रिक प्रगतिशील ताकतें देश हित में एक साथ रहेगी। भाजपाई इससे बुरी तरह बौखला गए हैं क्योंकि गरीब, किसान, दलित और पिछड़े सब सांप्रदायिक और लोकतंत्र विरोधी शक्तियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्रता आंदोलन के आदर्शों का अवमूल्यन कर दिया है। वे समाज को तबाह करना चाहते हैं।
अखिलेश यादव आज भौती, कानपुर में एक संस्थान में ठसाठस भरे सभागार में पांच हजार श्रोताओं, जिसमें शिक्षाविद, विभिन्न विधाओं के विद्धान, छात्र एवं नौजवान शामिल थे, को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने हालिया चुनावों की चर्चा में कहा कि गोरखपुर और फूलपुर में लोकसभा के उपचुनाव जनता के चुनाव थे। क्षेत्रीय मतदाताओं की इच्छा-अनिच्छा उसमें जाहिर होती है। जनता ने चुनाव में समाजवादी पार्टी का भरपूर समर्थन किया। राज्यसभा के चुनाव इंतजाम का चुनाव था। सन् 2019 में फिर चुनाव होना है। इसमें भी जनता डगमगायेगी नहीं जनता ही लोकतंत्र की ताकत है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सम्पूर्ण राजनीति सिर्फ सत्ता के लिए है। उसने राजनीति में जाति-धर्म का जहर घोल दिया हैं। राज्य और केन्द्र में भाजपा की सरकारें हैं लेकिन विकास के लिए कुछ भी नहीं किया गया जबकि भाजपा में परिवार और जाति का खासा दखल दिखाई देता है। भाजपा सरकारें हर मोर्चे पर विफल रही हैं। परिवारवाद और जातिवाद के आरोप भाजपा विपक्ष पर न मढे जबकि भाजपा जातिवाद और परिवारवाद की पोषक है। जनता को गुमराह करने में भाजपा को महारत है। उसने यही खेल लोकसभा और प्रदेश के चुनावों में खेला और झूठे वादों के सहारे सत्ता में आ गईं।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम समाजवादी जाति-धर्म की राजनीति नहीं करते हैं। हम किसान, गरीब, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हितों के लिए प्रतिबद्ध हैं और जाति नहीं काम पर विश्वास करते हैं। हम दूरदर्शिता के साथ प्रगतिशील और नई सोच वाले हैं। भाजपाई हमें पिछड़ा बताते हैं। अच्छा हो कि एक बार जनगणना में जाति गणना भी हो जाए ताकि हरेक को उसकी संख्या के आधार पर जीवन के हर क्षेत्र में अधिकार और अवसर मिल सके। इसमें आधार कार्ड की भी मदद ली जा सकती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था चैपट हो गई है। बैंकिंग सिस्टम कर्जों और घोटालों की वजह से टूट रहा हैं। बेरोजगारी में बेइंतहा बढ़ोत्तरी हो रही है। नौजवानों को रोजगार देने और किसानों की आय दुगनी करने के वादें सिर्फ धोखा देने वाले साबित हुए हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। महोबा में 27 किसानों ने जान दे दी। विकास का ढांचा चरमरा गया हैं। समाज में दूरी फैलाना और नफरत पैदा करना ही भाजपा का एजेण्डा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि विकास के मामलों में समाजवादियों ने कई मिसाले कायम की है। समाजवादी सरकार ने विकास किया और विकास को दिशा भी दी। समाजवादी सरकार के कार्यकाल में विद्युत उत्पादन दुगुना हुआ है। देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे है जहां कृषि उत्पाद की मंड़ियों की व्यवस्था की गई थी। लखनऊ में मेट्रो रेल चलाई गई। राजधानी में आईटी हब बना। समाजवादी सरकार ने जहां बड़े उद्योगों के विकास की नीतियां बनाई वहीं लघु उद्योगों को भी प्रोत्साहित किया। चिकित्सा-शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में विश्वस्तरीय यूपी 100 डायल सेवा शुरू की गई थी। इसमें अपराध स्थल पर मिनटों में पुलिस के पहुंचने का इंतजाम था। जिसे भाजपा ने बर्बाद कर दिया। समाजवादी सरकार में पुलिस में भर्ती हुई, शिक्षामित्रों का समायोजन हुआ और उर्दू शिक्षकों की भर्ती हुईं। आज भाजपा सरकार में भर्तियां रूकी हुई हैं। उनके परीक्षा परिणाम रोक लिए गए हैं। आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता, टीईटी प्रशिक्षुओं को न्याय नहीं मिल रहा है। एसएससी परीक्षा में धांधली हुई। 15 लाख छात्र-छात्राएं हाई स्कूल -इंटर बोर्ड की परीक्षाओं से वंचित हो गए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने बहकाने का काम किया जबकि हमने समझाने का रास्ता अपनाया। भाजपाई तौर तरीका लोकतंत्र से धोखा हैं। भाजपा ने नौजवानों, किसानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया हैं। देश के विश्वास के साथ उनका छलावा हमेशा याद रहेगा। इसका जवाब सन् 2019 और 2022 में जनता देगी।