आईएएस एसोसिएशन ने हड़ताल पर दी सफाई, की प्रार्थना- मुख्यमंत्री हमारी सुरक्षा करें
June 18, 2018
नई दिल्ली, दिल्ली में अफसरों द्वारा लंबे अरसे से कथित हड़ताल पर जाने और असहयोग के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर आईएएस एसोसिएशन ने अपनी सफाई दी है। आईएएस एसोसिएशन ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अफसर हड़ताल पर नहीं हैं। सारे अफसर काम कर रहे हैं।
आईएएस असोसिएशन ने कहा कि अफसर हड़ताल पर नहीं हैं। सारे अफसर काम कर रहे हैं और यहां तक कि छुट्टियों के दिन भी काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि चीफ सेक्रटरी पर हमले के बाद से अफसर डरे-सहमे हुए हैं। अफसरों ने कहा कि राजनीतिक कारणों से उन्हें ‘टारगेट’ किया जा रहा है।उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करें, ये हमारी प्रार्थना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने कैबिनेट के 3 अन्य सहयोगियों के साथ पिछले एक हफ्ते से एलजी हाउस में धरना दे रहे हैं। केजरीवाल का आरोप है कि दिल्ली के अफसर काफी लंबे वक्त से हड़ताल पर हैं। नियमानुसार आईएएस अफसर हड़ताल नही कर सकते हैं एेसा करने से उनकी नौकरी जा सकती है। इसलिए सारे आईएएस अफसर ड्यूटी पर तो आ रहे है लेकिन नीतिगत फैसलों पर को ई निर्णय नही ले रहें हैं।
दिल्ली आईएएस असोसिएशन की मनीषा सक्सेना ने कहा, ‘आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस हमारे लिए भी काफी असामान्य है…हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हमें इस तरह अपना पक्ष रखना पड़ेगा…हम हड़ताल पर नहीं है…हमारा किसी राजनीतिक दल से वास्ता नहीं है…दिल्ली में सभी अफसर काम कर रहे हैं…छुट्टी के दिनों में भी काम कर रहे हैं।’
आईएएस अफसरों ने कहा कि दिल्ली में हालात सामान्य नहीं हैं। आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि हम सिर्फ संविधान को कानून के प्रति जवाबदेह हैं। डोर स्टेप डिलिवरी से जुड़ी फाइल को रोके जाने के केजरीवाल के आरोपों पर अफसरों ने कहा, ‘डोर स्टेप डिलिवरी से जुड़ी फाइल के रुकने में आईएएस अफसरों का कोई रोल नहीं है।’
आईएएस एसोसिएशन ने कहा ‘चीफ सेक्रटरी के साथ 19-20 फरवरी की दरम्यानी रात जो कुछ हुआ, उसके बाद से हम डरे हुए हैं…चीफ सेक्रटरी रात 12 बजे मीटिंग अटेंड करने गए थे…क्या वह कोऑपरेट नहीं कर रहे थे…ऐसा किसी भी अधिकारी के साथ हो सकता है…हम लंच ब्रेक के बाद 5 मिनट का मौन रखकर उस घटना का विरोध और चीफ सेक्रटरी के प्रति अपना समर्थन जताते हैं…ताकि हमें वह डरावना वाकया याद रहे…और इस विरोध को हम जारी रखेंगे।’
केजरीवाल सरकार का आरोप है कि मॉनसून का सीजन सिर पर है लेकिन अफसरों की हड़ताल की वजह से अभी तक नालों की सफाई का काम शुरू तक नहीं हुआ है। इस आरोप के जवाब में आईएएस असोसिएशन ने कहा, ‘डिसिल्टिंग ऑफ ड्रेन्स के बारे में कहा जा रहा है कि हड़ताल की वजह से काम नहीं हो रहा है…मुख्यमंत्री के साथ 25 जून को मीटिंग होनी है जिसमें डिसिल्टिंग ऑफ ड्रेन्स अजेंडा में सबसे ऊपर है…डिसिल्टिंग का काम शुरू नहीं हुआ…यह आरोप झूठा है।’
इस दौरान आईएएस एसोसिएशन ने यह भी स्वीकार किया कि अधिकारी रुटीन मीटिंग में नहीं जाते हैं। एसोसिएशन की ओर से कहा गया, हम जिन मीटिंग में सेफ फील नहीं करते वहां नहीं जाते हैं। सुरक्षा और आत्मसम्मान सबसे पहले आता है, नियम-कायदे बाद में। एसोसिएशन के मुताबिक मीटिंग में जाने के लिए महिला आईएएस अफसर सुरक्षा मांगती हैं. लेकिन हम मीटिंग की गोपनीयता को देखते हुए सुरक्षागार्ड के साथ नहीं जा सकते हैं।
आईएएस अधिकारी वर्षा जोशी ने कहा, ‘हम डरे हुए हैं और पीड़ित महसूस कर रहे हैं। हमें राजनीतिक कारणों से इस्तेमाल किया जा रहा. हमें हमारा काम करने दें। आईएएस असोसिएशन ने कहा कि मीटिंग में कैमरा लगा होने से सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल सकती, सोच और व्यवहार बदलने की जरूरत है. चीफ सेक्रटरी के साथ जो हुआ उसके बाद सरकार की ओर से कोई हमतक नहीं पहुंचा। मुख्यमंत्री हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करें, ये हमारी प्रार्थना है।
आईएएस अफसरों ने कहा कि दिल्ली में हालात सामान्य नहीं हैं। आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि हम सिर्फ संविधान को कानून के प्रति जवाबदेह हैं। डोर स्टेप डिलिवरी से जुड़ी फाइल को रोके जाने के केजरीवाल के आरोपों पर अफसरों ने कहा, ‘डोर स्टेप डिलिवरी से जुड़ी फाइल के रुकने में आईएएस अफसरों का कोई रोल नहीं है।’
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आईएएस एसोसिएशन ने कहा ‘चीफ सेक्रटरी के साथ 19-20 फरवरी की दरम्यानी रात जो कुछ हुआ, उसके बाद से हम डरे हुए हैं…चीफ सेक्रटरी रात 12 बजे मीटिंग अटेंड करने गए थे…क्या वह कोऑपरेट नहीं कर रहे थे…ऐसा किसी भी अधिकारी के साथ हो सकता है…हम लंच ब्रेक के बाद 5 मिनट का मौन रखकर उस घटना का विरोध और चीफ सेक्रटरी के प्रति अपना समर्थन जताते हैं…ताकि हमें वह डरावना वाकया याद रहे…और इस विरोध को हम जारी रखेंगे।’
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