वहीं दानघाटी मंदिर के खजाने वाले कमरे के पास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है. मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है. कहा जा रहा है कि मंदिर के खजाने को सील करने का ये कदम उस खजाने में मौजूद अभी भी करोड़ों की रकम और बेशकीमती उपहरों को बचाने के लिए उठाया गया है.
मंदिर के मैनेजमेंट से जुड़े एक गुट ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मंदिर के खजाने में आने वाली रकम को बैंकों में जमा नहीं कराया जा रहा है. शिकायत में कहा गया था कि ये रकम करोड़ों में है. आरोप मंदिर की कमेटी के सहायक मैनेजर पर ही लगा था.
शिकायत के बाद कुछ दिन तक आरोपी मैनेजर कुछ दिन पुलिस की पकड़ से दूर रहा. लेकिन जल्द ही पुलिस ने मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था. कमेटी के लोगों ने आरोप लगाया है कि गबन की रकम 10 से 12 करोड़ तक हो सकती है. वहीं कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शनिवार को खजाना सील कर दिया है.