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वीडियो देखने का चलन बढ़ने से नेटवर्क पर दबाव बढ़ा, उठी ये मांग

नयी दिल्ली,  सेल्यूलर मोबाइल सेवा नेटवर्क कंपनियों के संगठन सीओएआई ने सरकार से कोरोना महामारी से निपटने के प्रयासों के मद्देनजर नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो और ऐसी अन्य वीडियो सामग्री बेचने वाली कंपनियों से नेटवर्क पर दबाव कम करने का निर्देश तत्काल जारी करने का आग्रह किया है।

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सीओएआई का कहना है कि इस समय लोगों पर घर से निकलने की पाबंदियों और क्वैरंटाइन (संग-निरोध) जैसे उपायों के चलते वीडियो सामग्री कंपनियों से वीडियो सामग्रियों की मांग बढ़ गयी है और इसका नेटवर्क पर दबाव है। संगठन का कहना है कि इस समय ‘बहुत जरूरी’ कामों के लिए नेटवर्क की जरूरत है।

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सीओएआई ने दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश को पत्र लिख कर कहा है कि देश के विभिन्न भागों में लोगों के आने-जाने पर लागू पाबंदियों और पृथक रखे जाने जैसे उपायों के चलते आनलाइन वीडियोधारा की मांग अचानक बढ़ने के आसार हैं। संगठन ने आनलाइन वीडियो सामग्री प्रवाहित करने वाली कंपनियों से भी इस विषय में संपर्क किया है। उसने कहा है कि वीडियो प्रवाह बढ़ने से दूरंसचार सेवा नेटवर्क पर दबाव बढ़ गया है। ऐसे में उन्हें थोड़े समय के लिए एसडी (स्टैंडर्ड डेफिनिशन) रुप की जगह एचडी (हाई डेफिनिशन) रुप के वीडियो प्रवाह जैसे कदम उठाने चाहिए।

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सीओएआई ने वीडियो प्रवाह कंपनियों से नेटवर्क पर ज्यादा जगह लेने वाली विज्ञापन सामग्री और पाप-अप (क्षणिक रुपसे उभने वाली सामग्रियों) की जगह वायरस के प्रति जागरूकता समाग्री दिखानी चाहिए। सीओएआई ने कहा है कि इस नाजुक समय में यह जरूरी है कि वीडियो धारा कंपनियां दूरसंचार नेटवर्क सेवा देने वाली कंपनियों के साथ पूरा सहयोग करें ताकि नेटवर्क पर बदाव न बढ़े क्यों कि इस समय नेटवर्क की जरूरत बहुत अहम कामों के लिए ज्यादा है।

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