अब लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हादसों में घायल होने वालों को तत्काल उपचार मिल सकेगा। इसके लिए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने एक्सप्रेस-वे पर 10 पेट्रोलिंग वाहनों और 5 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वाहन 24 घंटे एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग करेंगे। इस मौके पर सतीश महाना ने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर हादसों को नियंत्रित करने के लिए एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। दुर्घटना में घायल यात्रियों को एंबुलेंस से तत्काल प्राथमिक उपचार दिया जाएगा। उन्होंने टोल प्लाजा संचालक कंपनी के अधिकारियों को एंबुलेंस और पेट्रोलिंग सेवा में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करने के निर्देश दिए हैं।
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को दिसंबर तक जमीनी रूप दे दिया जाएगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का प्लान बनाने की कार्यवाही भी तेजी से चल रही है। उन्होंने कहा कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा से रोज 8 से 10 हजार वाहनों के गुजरने से 70 लाख रुपये की कमाई हो रही है। उन्होंने बताया कि दो वर्ष के लिए टोल टैक्स वसूली का कार्य ईगल कंपनी को दिया गया है। दो महीने के भीतर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम भी पूरा हो जाएगा।