लखनऊ, यूपी के उपचुनाव में कैराना और नूरपुर में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल ने सहमति से उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है, जिसमें कैराना से सपा और नूरपर से आरएलडी का उम्मीदवार उपचुनाव लड़ेगा. इससे उपचुनाव मे बीजेपी के खिलाफ बना विपक्षी गठबंधन और मज़बूत हो गया है.
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सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच कल हुई मुलाकात के बाद यह फैसला हुआ है. उत्तर प्रदेश के लोकसभा और विधानसभा के उपचुनाव के साथ ही 2019 का लोकसभा चुनाव भी दोनों दलों द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर लड़ने की योजना है.
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कल दोपहर मे जयंत चौधरी, अखिलेश यादव से मिले थे. मुलाकात के बाद बिना कुछ मीडिया से बात किये ही निकल गये थे. इससे यह कयास लगाया जा रहा था कि शायद दोनों नेताओं मे बात नही बनी है. बसपा के बाद अब रालोद के भी साथ आ जाने से उपचुनाव मे विपक्षी एकता और मजबूत हुई है जो बीजेपी के लिये बड़ा झटका है. पिछले दो उपचुनावों की हार के बाद कैराना बीजेपी के लिए अहम हो गया है.
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चुनाव आयोग ने कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा का उपचुनाव 28 मई को कराने का ऐलान कर दिया है. कैराना सीट बीजेपी के सांसद हुकुम सिह की 21 फरवरी को मृत्यु के बाद खाली हुई थी. नूरपुर विधानसभा सीट बीजेपी के विधायक लोकेंद्र सिह की एक्सीडेंट में मौत होने पर खाली हो गई थी. वोटों की गिनती 31 मई को होगी.